कोरबा (पब्लिक फोरम)। लगातार बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी, कारपोरेट घरानों की लूट और आम जनता पर बढ़ते बोझ के विरोध में वामपंथी दलों के देशव्यापी अभियान के तहत कोरबा में भी वामपंथी दल — मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और भाकपा (माले) मिलकर व्यापक अभियान चलाएंगे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव प्रशांत झा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव एम.एल.रजक , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के जिला सचिव बी.एल.नेताम ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि एक ओर महंगाई बढ़ रही है, दूसरी ओर बेरोजगारी अपने पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है। गेहूं की सरकारी खरीदी पिछले साल की तुलना में देश भर में आधी रह गई है, जिससे आने वाले दिनों में खाद्यान्न का संकट और महंगाई और बढ़ने वाली है।
वामपंथी दलों के नेताओं ने कहा है कि देशव्यापी अभियान की सात सूत्रीय मांगों में पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे सारे सरचार्ज और टैक्स वापस लेने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए , दाल और खाद्य तेल सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं को सस्ती दरों पर मुहैया कराने, आयकर की सीमा से बाहर वाले सभी परिवारों को 7500 रुपए प्रतिमाह नगद सहायता देने, मनरेगा के लिए आवंटन बढ़ाने और बकाया मजदूरी का भुगतान करने, बेरोजगारी भत्ते के लिए केंद्रीय कानून बनाने, शहरी क्षेत्रों के लिए भी रोजगार गारंटी कानून बनाने,गरीबों के बिजली बिल माफ करने,वन भूमि में कबीजो को वनाधिकार पट्टा देने तथा केंद्र और राज्य सरकार के विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र में रिक्त पड़े पदों को भरने की मांग शामिल है।
वामपंथी दलों के अनुसार यह अभियान एक सप्ताह विरोध दिवस मनाते हुए 31 मई को मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कोरबा में वामपंथी दल द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।
महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कोरबा में 31 मई को प्रदर्शन करेंगे वामपंथी दल
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