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कोरबा में राजनीतिक तनाव: महापौर और पूर्व विधायक के भतीजे के बीच आरोप-प्रत्यारोप!

जीएसटी गड़बड़ी की जाँच में घिरे हितानंद पहले अपने गिरेबान में झांकें, निगम चुनाव में टिकट पाने कर रहे नौटंकी: महापौर

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा ऊर्जानगरी में नेताओं के बीच कमीशन और भ्रष्टाचार के आरोपों की जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में, महापौर राजकिशोर प्रसाद ने हितानंद अग्रवाल पर तीखा हमला बोला है, जो जीएसटी गड़बड़ी के मामले में जांच के घेरे में हैं।

जीएसटी घोटाले के आरोप

हितानंद अग्रवाल पर पहले से ही करोड़ों की जीएसटी गड़बड़ी का आरोप है। महापौर राजकिशोर ने कहा कि हितानंद को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “जो दूसरों पर कीचड़ उछालता है, उसे याद रखना चाहिए कि चार उंगलियां उसकी ओर ही इशारा करती हैं।”

सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा

महापौर ने आरोप लगाया कि हितानंद अपने चाचा, जो पूर्व विधायक हैं, के राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी कर रहे हैं। निगम को संपत्ति कर में लाखों का नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

सड़कों के रखरखाव का मुद्दा

महापौर ने बताया कि तीन साल पहले डीएमएफ मद से शहर की सड़कों का निर्माण कराया गया था। अनुबंध के अनुसार, सड़कों का रखरखाव तीन साल तक ठेका एजेंसी की जिम्मेदारी थी। अब जबकि रखरखाव की अवधि समाप्त हो चुकी है, नई सड़कों का निर्माण बरसात के बाद शुरू किया जाएगा। महापौर ने कमीशन के आरोपों को हास्यास्पद और बेबुनियाद बताया।

हितानंद की राजनैतिक नौटंकी

महापौर ने कहा कि हितानंद विधानसभा और लोकसभा चुनाव में टिकट पाने के लिए मीडिया में बने रहने की नौटंकी कर रहे हैं। अब निगम चुनाव में महापौर का टिकट पाने के लिए उन्होंने यह निराधार आरोप लगाए हैं।

महापौर राजकिशोर ने जोर देकर कहा कि हितानंद अग्रवाल को अपने कार्यों की जवाबदेही स्वीकारनी चाहिए और झूठे आरोप लगाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हितानंद के व्यवसाय की गहराई से जांच की जाए तो कई और गोरखधंधे और अनुपातहीन संपत्ति के मामले सामने आएंगे।

यह विवाद स्थानीय राजनीति में गहरी दरारें दिखाता है। दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप से स्पष्ट है कि कोरबा में राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है। नागरिकों को उम्मीद है कि यह विवाद जल्द सुलझेगा और शहर के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और शहर का शासन पारदर्शी तरीके से चल सके। कोरबा के नागरिकों को अपने नेताओं से बेहतर प्रशासन और विकास की अपेक्षा है।

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