मंगलवार, दिसम्बर 10, 2024
होमदुनियाअमेरिका के लोकतंत्र की मिसाल बनी कमला हैरिस की स्वीकार्यता, ट्रंप को...

अमेरिका के लोकतंत्र की मिसाल बनी कमला हैरिस की स्वीकार्यता, ट्रंप को सत्ता हस्तांतरण की घोषणा

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने विनम्रता के साथ हार स्वीकार की है और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता सौंपने का वादा किया है। मंगलवार को संपन्न हुए इस चुनावी मुकाबले में ट्रंप ने हैरिस को हराया, जो अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति पद के लिए पहली अश्वेत महिला उम्मीदवार थीं। इससे पहले, ट्रंप ने 2016 में हिलेरी क्लिंटन को हराकर राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन 2020 में उन्हें जो बाइडेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
वॉशिंगटन की प्रतिष्ठित हावर्ड यूनिवर्सिटी में अपने समर्थकों के बीच हैरिस ने कहा, “मैं चुनाव परिणाम को स्वीकार करती हूं, हालांकि उस संघर्ष को नहीं छोड़ सकती जो इस अभियान के दौरान हमने जिया।” उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, “हम चुनाव के परिणामों को मानना चाहिए और आज मैंने राष्ट्रपति निर्वाचित ट्रंप को जीत पर बधाई दी है।”

हैरिस ने अपने संदेश में स्पष्ट किया कि वह ट्रंप की टीम के साथ मिलकर शांति और सौहार्द्र के साथ सत्ता हस्तांतरण का काम पूरा करेंगी। उन्होंने कहा, “ये नतीजे वो नहीं हैं, जिनकी हमें आशा थी, परंतु अमेरिका के मूल्यों की ज्योति तब तक जलती रहेगी जब तक हम इसे मानते हैं और इसके लिए लड़ते हैं।” उन्होंने अपने समर्थकों को हिम्मत देते हुए कहा, “कभी-कभी जीत के लिए वक्त लगता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम पीछे हट जाएंगे।”

इस हार के बावजूद हैरिस की यात्रा प्रेरणादायक रही है। निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के पीछे हटने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया था। वह किसी प्रमुख पार्टी द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए नामित होने वाली पहली अश्वेत महिला बनीं, जो अमेरिकी राजनीति में एक ऐतिहासिक कदम था।

चुनाव में ट्रंप को 292 और हैरिस को 224 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। 78 वर्ष की उम्र में ट्रंप ने अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक उम्र में राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने विज्कॉन्सिन में निर्णायक जीत हासिल कर आवश्यक 270 निर्वाचक मंडल वोट का आंकड़ा पार किया, जिससे उन्हें राष्ट्रपति के रूप में पुनः निर्वाचित होने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
इस चुनाव ने एक बार फिर अमेरिकी लोकतंत्र और शक्ति हस्तांतरण के शांतिपूर्ण सिद्धांतों की अहमियत को प्रदर्शित किया है। कमला हैरिस का मानना है कि यह चुनाव भले ही उनके पक्ष में नहीं गया, परंतु अमेरिका के लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती अब भी बनी रहेगी।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments