दुर्ग/भिलाई (पब्लिक फोरम)। भाकपा (माले) लिबरेशन भिलाई द्वारा डाक्टर भीमराव अंबेडकर की 131 वीं जयंती के मौके पर डाक्टर अंबेडकर:संविधान और अधिकारों पर हमला विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन जुबली पार्क, सेक्टर 6, भिलाई में किया गया। गोष्ठी की शुरुआत बाबा साहेब की फोटो पर माल्यार्पण से हुई। गोष्ठी में बाबा साहेब अंबेडकर जी को नमन करते हुए स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारत की रक्षा के लिए भाजपा-आरएसएस के सांप्रदायिक फासीवादी एजेंडा का विरोध करने की अपील की गई।
गोष्ठी में डां. अंबेडकर के कथन शिक्षित बनो , संघर्ष करो, संगठित हो को याद करते हुए मोदी सरकार से आजादी, संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय पर हमले बंद करने तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व सरकारी संस्थानों को बेचने का फैसला वापस लेने की मांग की गई।
बाबा साहेब ने कहा था कि अगर हिन्दू राष्ट्र बन जाता है तो बेशक देश के लिए एक भारी खतरा उत्पन्न हो जायेगा. हिन्दू कुछ भी कहें पर हिन्दुत्व स्वतंत्रता, बराबरी, भाईचारे के लिए एक खतरा है.इस आधार पर लोकतंत्र के लिए अनुपयुक्त है. हिन्दू राज को हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।
गोष्ठी में आर एस एस के संगठनों द्वारा जेएनयू सहित कई स्थानों पर रामनवमी के बहाने की गई हिंसा की घटनाओं को बेहद चिंताजनक बताया गया .हम इस नफरत और हिंसा के विरुद्ध समाज में लोकतंत्र पसंद तबकों से अपील करते हैं कि वह इसके विरोध में प्रदर्शन आयोजित करें .बहुसंख्यक समाज के प्रगतिशील व शांतिपूर्ण लोगों के लिए यह बहुत जरूरी है कि वह उनके नाम पर की जा रही इस हिंसा के विरुद्ध मुखर हो और इसे खारिज करें।
गोष्ठी में बृजेन्द्र तिवारी, अशोक मिरी, श्याम लाल साहू, आरपी चौधरी अशोक सिंह, गौतम दास साहू, शंभू सिंह, आर पी गजेंद्र, महेश साहू, युगल किशोर साहू, कुमार साहू, अब्दुल अजीम, दिलीप उमरे, देवानंद चौहान, रामजी ठाकुर, रमेश कुमार, गणेशराम कोसले, श्याम बिहारी सिंह, प्रकाश चौधरी तथा एस के प्रसाद आदि लोगों ने अपने विचार रखे।
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