मानसिंह अध्यक्ष एवं विजयसिंह सचिव निर्वाचित
कोरबा/बालगी (पब्लिक फोरम)। सीएसईबी और एनटीपीसी से प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं से जूझ रहे किसानों को न्याय दिलाने के लिए ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति ने संगठन विस्तार करते हुए डंगनियाखार में इकाई का गठन किया है ।
कोरबा जिले में 1960 के दशक में कोयला खदानों के विस्तार के साथ साथ बिजली उत्पादन का कार्य भी आरम्भ हुआ था । सयुंक्त मध्यप्रदेश में एमपीईबी बिजली संयंत्र स्थापित हुआ तथा 1980-81 में एनटीपीसी सयंत्र अस्तित्व में आ गया था । सयंत्र के स्थापना के लिए जहां कारखाने के लिए जमीन अधिग्रहण हुआ उसके सयंत्र से उत्सर्जित राख डेम के लिए भी बड़े पैमाने पर किसानों की सैकड़ो एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था । किंतु उनके पुनर्वास एवं व्यवस्थापन की उचित प्रबंध की समस्या अभी भी लम्बित पड़ी है । डंगनियाखार के ही 54 किसानों की जमीन का मुआवजा तक लटका पड़ा है । वहीं सयंत्र क्षेत्र से प्रभावित होने से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं से मरहूम रखा गया है।
राखड़ बांध से उड़ने वाली धूल की समस्या प्रदूषण को बढ़ा रही है । बेरोजगारों को रोजगार हासिल नही हो पा रहा है । इन्ही समस्याओ के लिए सँघर्ष विकसित करने के लिए ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति की इकाई बनाया गया है । जिसमे अध्यक्ष मान सिंह कंवर , सचिव विजय कंवर , उपाध्यक्ष सम्पत सिंह , सहसचिव शिवासिंह, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार , एवं सदस्यगण शुभम , भजन लाल , सोनू , अमित दास , साहिल , कलमसिंह , बहादुर सिंह , मनोज राजेश चुने गए हैं।
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