पाम माल संचालक ने दी सहमति, शिकायत को भ्रामक बताया
कोरबा (पब्लिक फोरम)। ज़िले के एमसीएमआईटी कालेज के वार्षिक उत्सव में छात्र-छात्रायें छतीसगढ़ी कला और संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियाँ कर सकेंगे। ज़िला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पाम माल के संचालक ने इसके लिए सहमति जताते हुए कार्यक्रम को निर्धारित समय और रूपरेखा में सम्पन्न कराने में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है। माल संचालक और प्रबंधन ने लिखित पत्र द्वारा ज़िला प्रशासन को आश्वस्त किया है कि पाम माल में छत्तीसगढ़ी भाषा, कला- संस्कृति पर आधारित किसी भी आयोजन की मनाही नहीं है। एमसीएमआईटी कालेज के विद्यार्थियों द्वारा 23 दिसंबर को वार्षिक उत्सव में छतीसगढ़ी गीत, वेशभूषा, लोक कला और संस्कृति पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने पर प्रबंधन को कोई आपत्ति नहीं है। माल प्रबंधन ने ऐसी शिकायत को भ्रामक बताया है और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के माल में आयोजन पर अपनी सहमति जताई है।
दरअसल कोरबा के एमसीएमआईटी कालेज के विद्यार्थियों ने एसडीएम को आवेदन प्रस्तुत कर सूचित किया था कि 23 दिसंबर पाम माल में वार्षिक उत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ी वेशभूषा और संस्कृति तथा छत्तीसगढ़ी कला पर आधारित आयोजन पर माल के संचालक और मैनेजर ने आपत्ति कर कार्यक्रम को निषेध कर दिया है। इस पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम कोरबा ने माल संचालक को नोटिस जारी कर जानकारी माँगी थी। माल संचालक और प्रबंधन ने इस शिकायत को ग़लत बताते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी कोई आपत्ति प्रबंधन ने नहीं की है और एमसीएमआईटी कालेज के आयोजन में छत्तीसगढ़ी भाषा, कला- संस्कृति और गीत आदि के आयोजन की मनाही नहीं है।
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