रायगढ-घरघोड़ा (पब्लिक फोरम)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ अध्यक्ष प्रधान जिला न्यायाधीश श्री जीतेंद्र कुमार जैन के मार्गदर्शन में एवं तालुका विधिक सेवा समिति घरघोड़ा अध्यक्ष/विशेष न्यायाधीश श्री शहाबुद्दीन कुरैशी (FTSC) के परिपालन में कारगिल चौंक घरघोड़ा में “विश्व आदिवासी दिवस” के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
विधिक साक्षरता शिविर की विशेषताएं
- विश्व आदिवासी दिवस का महत्व: अधिवक्ता श्री महेंद्र प्रताप हलवाई ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस प्रत्येक वर्ष 09 अगस्त को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य आदिवासी समुदाय के लोगों के अधिकारों की ओर ध्यान आकर्षित करना और उनके उत्थान के लिए कार्य करना है।
- आदिवासी समुदाय की स्थिति: अधिवक्ता ने बताया कि आदिवासी समुदाय के लोग आज भी मुख्यधारा से कटे हुए हैं और उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं है।
- विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका: पैरालीगल वैलेंटियर ने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण आदिवासी समुदाय के लोगों को विधिक सहायता प्रदान करने और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य कर रहा है।
अन्य जानकारी और जागरूकता
- मध्यस्थता अभियान: शिविर में राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान के बारे में पर्चे बांटकर जागरूक किया गया।
- नालसा की योजनाएं: नालसा के द्वारा संचालित वर्ष 2025 की विभिन्न नई योजनाओं जैसे डॉन, आशा, जागृति, संवाद, साथी और नालसा 15100 टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी दी गई।
- नेशनल लोक अदालत: आगामी नेशनल लोक अदालत 13 सितंबर के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
सहयोग और सहभागिता
- अधिवक्ता और अधिकार मित्र: अधिवक्ता श्री महेंद्र प्रताप हलवाई, अधिकार मित्र बालकृष्ण चौहान और लवकुमार चौहान ने विधिक साक्षरता शिविर में सहभागिता की।
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