कोरबा (पब्लिक फोरम)। ड्यूटी पर जाते वक्त एक आरक्षक की तेज़ रफ्तार अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा बांकीमोगरा थाना क्षेत्र के जवाली मुख्य मार्ग पर हुआ, जिसने परिवार, सहकर्मियों और पुलिस महकमे को गहरे शोक में डूबो दिया।
कर्तव्य पथ पर काल बनकर आया अज्ञात वाहन
मृतक आरक्षक भूपेंद्र कंवर, दीपका थाना में पदस्थ थे और कटघोरा थाना क्षेत्र के निवासी थे। बीती रात वे नाइट शिफ्ट की ड्यूटी पर जाने के लिए बाइक से निकले थे, लेकिन रास्ते में यह दिल दहला देने वाली दुर्घटना हो गई। तेज़ रफ्तार में आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। घायल आरक्षक को डायल 112 की मदद से कटघोरा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को एंबुलेंस के जरिए बांकीमोगरा मर्चुरी भेजा गया।
परिवार और पुलिस विभाग में शोक की लहर
इस दुर्घटना की खबर से परिजनों, शुभचिंतकों और पुलिस महकमे में गम का माहौल है। साथी आरक्षकों ने भूपेंद्र कंवर को मेहनती और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी बताया। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
इस दर्दनाक हादसे ने सड़क सुरक्षा और लापरवाह वाहन चालकों की जिम्मेदारी पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश कर रही है, ताकि इस हादसे के दोषी को कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सके।
क्या कहता है प्रशासन?
सड़क हादसों में कमी लाने के लिए प्रशासन को सख्त ट्रैफिक नियमों और निगरानी की जरूरत है। सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम और लापरवाह वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई से ही इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।
आरक्षक भूपेंद्र कंवर की मौत ने एक बार फिर सड़क पर बढ़ती लापरवाही की भयावहता को उजागर किया है। उनकी असमय मृत्यु ने न सिर्फ एक परिवार का सहारा छीन लिया, बल्कि पूरे पुलिस विभाग को भी गहरे शोक में डाल दिया। अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और क्या ऐसे हादसों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं।

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