शनिवार, नवम्बर 9, 2024
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दीपका-हरदीबाजार बायपास: हादसों का हब, लापरवाही से बढ़ते खतरनाक दुर्घटनाएं

ट्रेलर-मोटरसाइकिल की टक्कर में युवक की हालत गंभीर, SECL प्रबंधन की जिम्मेदारी पर सवाल

कोरबा (पब्लिक फोरम)। दीपका-हरदीबाजार बायपास मार्ग, जो कोरबा क्षेत्र के एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के गेवरा दीपका कोलफील्ड क्षेत्र से होकर गुजरता है, आए दिन होने वाले हादसों का गवाह बनता जा रहा है। इस मार्ग पर 24 घंटे कोयला खदानों से सैकड़ों कोयला ट्रकों का आना-जाना जारी रहता है। साथ ही इस रास्ते से रोजाना आम नागरिक भी अपनी जरूरतों के लिए आवागमन करते हैं। लेकिन इस मार्ग की सुरक्षा और रखरखाव की जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन पर होते हुए भी, प्रबंधन की लापरवाही से गंभीर दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

बुनियादी सुविधाओं का अभाव: डिवाइडर, पानी का छिड़काव और स्ट्रीट लाइटें गायब
प्रबंधन की जिम्मेदारियों में सड़क की सुरक्षा, नियमित पानी छिड़काव और स्ट्रीट लाइटों का प्रबंध शामिल है, परंतु इन सभी में भारी कमी नजर आ रही है। छोटे वाहनों के लिए डिवाइडर का प्रबंधन औपचारिकता के नाम पर किया गया है। हाल ही में एक गंभीर दुर्घटना में बलवंत सिंह नामक युवक, जो ग्राम सिंघिया, कटघोरा ब्लॉक का निवासी है, इस लापरवाही का शिकार हुआ। गंभीर हालत में उसे नेहरू शताब्दी गेवरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। उसके परिवारजन स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं और प्रबंधन की इस लापरवाही से बेहद आक्रोशित हैं।

संघर्ष का आह्वान: छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन ने उठाई आवाज
छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष, संतोष चौहान, ने कहा कि एसईसीएल गेवरा दीपका का प्रबंधन सिर्फ कागजों पर खानापूर्ति कर रहा है और वास्तविकता में जनता की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रहा है। उनका आरोप है कि प्रबंधन का मुख्य ध्यान केवल कोयला खनन के विस्तार पर है, जबकि आम नागरिकों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता में नहीं है। चौहान ने कहा कि यदि प्रबंधन अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाता, तो इस प्रकार के सड़क हादसे नहीं होते। उन्होंने कहा कि टेंडर जारी होने के बावजूद सड़कों पर पानी का छिड़काव ठीक से नहीं किया जाता, जिससे सड़क पर धूल का गुबार बना रहता है और आम नागरिकों को भारी परेशानी होती है।

स्ट्रीट लाइट की कमी से बढ़ रहा खतरा
श्री चौहान ने यह भी बताया कि सड़क पर स्ट्रीट लाइट की अनुपस्थिति के कारण रात में दुर्घटनाओं की संभावना और भी बढ़ जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हादसा सीधे तौर पर प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यूनियन इस लापरवाही के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और आम जनता को सुरक्षित आवागमन का हक मिल सके।

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