गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
होमआसपास-प्रदेशकोरबा: हाथियों से प्रभावित ग्रामीणों की सोलर लाइट की मांग, प्रशासन की...

कोरबा: हाथियों से प्रभावित ग्रामीणों की सोलर लाइट की मांग, प्रशासन की कार्यवाही पर उठे सवाल!

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र केंदई, एतमानगर और पसान रेंज में हाथियों के लगातार हमलों से पीड़ित किसानों ने प्रशासन के सामने अपनी परेशानियों को उठाया है। एक बैठक के दौरान किसानों ने बताया कि जब हाथियों का दल गांव में प्रवेश करता है, तो एहतियात के तौर पर गांव की बिजली काट दी जाती है, जिससे गांव पूरी तरह अंधेरे में डूब जाता है। इस स्थिति में हाथी पास आ जाते हैं, लेकिन दिखाई नहीं देते, जिससे हादसे का खतरा और बढ़ जाता है।
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए सोलर लाइट की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि बिजली कटौती के बाद भी गांव में प्रकाश बना रहे और हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

हाथियों के हमलों से आर्थिक नुकसान
किसानों का कहना है कि हाथियों का झुंड उनकी फसलें नष्ट कर रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हो रही है। किसानों ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि हाथियों द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई नहीं की जा रही है। फसल बर्बादी से ग्रामीणों का जीवनयापन कठिन हो गया है, और अब वे आंदोलन करने की तैयारी में हैं।

सुरक्षा के साथ सोलर लाइट की मांग
बैठक में यह भी बताया गया कि हाथी अक्सर जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं। वे फसलों को सिर्फ खा ही नहीं रहे, बल्कि पैरों से कुचलकर भी नष्ट कर रहे हैं। इससे किसानों को दोहरा नुकसान हो रहा है। कुछ घटनाओं में हाथियों के हमले से लोगों की मौत भी हो चुकी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।

वन विभाग पर सवाल
ग्रामीणों ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग द्वारा किए गए उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। पहले की तुलना में अब हाथियों की समस्या और ज्यादा बढ़ गई है। वे अब बेधड़क आबादी वाले इलाकों में घुस आते हैं, जिससे जनहानि और फसल नुकसान की घटनाएं बढ़ रही हैं।

समाधान की राह
ग्रामीणों का मानना है कि सोलर लाइट लगाने से रात के समय हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखना आसान हो जाएगा, जिससे फसलों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी। प्रशासन और वन विभाग को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि हाथियों से हो रहे नुकसान को रोका जा सके और ग्रामीण, किसानों को राहत मिल सके।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments