विशाखापट्टनम/कोरबा (पब्लिक फोरम)। आज सुबह विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बच गया। कोरबा से विशाखापट्टनम और तिरुमाला जा रही कोरबा एक्सप्रेस की तीन एयर कंडीशंड बोगियों में अचानक आग लग गई, जिससे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, रेलवे कर्मचारियों और अग्निशमन दल की त्वरित कार्रवाई से किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
सुबह 6:30 बजे: कोरबा एक्सप्रेस विशाखापट्टनम स्टेशन पर पहुंची।
लगभग 9:30 बजे: प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर खड़ी ट्रेन की बी7 बोगी से धुआं निकलता देखा गया।
9:45 बजे: ट्रेन का कोचिंग डिपो के लिए प्रस्थान निर्धारित था।
आग ने तेजी से बी7, बी6 और एम1 बोगियों को अपनी चपेट में ले लिया।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, जैसे ही आग का पता चला, तत्काल अग्निशमन दल को सूचित किया गया। दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और अन्य कर्मचारियों ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ए.के. सिंह ने बताया, “हमारी पहली प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा थी। सौभाग्य से, समय रहते आग पर नियंत्रण पा लिया गया और सभी यात्री सुरक्षित हैं। किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।”
यह घटना रेलवे सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद खामियों की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:
1. नियमित सुरक्षा जांच और रखरखाव में वृद्धि।
2. आधुनिक अग्नि सुरक्षा उपकरणों का उपयोग।
3. रेलवे कर्मचारियों का नियमित प्रशिक्षण
4. यात्रियों के बीच सुरक्षा जागरूकता का प्रसार।
इस घटना ने एक बार फिर रेल यात्रा में सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। भारतीय रेलवे को अपनी सुरक्षा प्रणालियों की समीक्षा करने और उन्हें और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
Recent Comments