डोडा। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार शाम को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार जवानों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इस घटना ने एक बार फिर राज्य में शांति स्थापना की चुनौतियों को उजागर किया है।
मुख्य बिंदु:-
1. घटनास्थल: डोडा जिले का देसा वन क्षेत्र।
2. समय: सोमवार शाम लगभग 7:45 बजे।
3. शहीद: एक अधिकारी सहित चार जवान।
4. घायल: एक जवान गंभीर रूप से घायल
घटनाक्रम:
• राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष दल ने संयुक्त अभियान शुरू किया।
• रात 9 बजे के आसपास आतंकियों से मुठभेड़ शुरू हुई।
• भारी गोलीबारी के बाद पांच जवान गंभीर रूप से घायल हुए।
• चार जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि विशेष खुफिया सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया था। घटनास्थल पर अतिरिक्त बल भेजे गए हैं और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की गई है।
यह घटना जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है। हाल ही में कुपवाड़ा में तीन आतंकवादी मारे गए थे, जबकि जून में रियासी में तीर्थयात्रियों पर हमला हुआ था। जुलाई की शुरुआत में कठुआ में सेना के गश्ती दल पर हमले में पांच जवान शहीद हुए थे।
यह घटना जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापना की जटिलताओं को दर्शाती है। सुरक्षाबलों की सतर्कता और बलिदान के बावजूद, आतंकवादी गतिविधियां चिंता का विषय बनी हुई हैं। राज्य में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए समग्र रणनीति की आवश्यकता है, जिसमें सुरक्षा उपायों के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक विकास पर भी ध्यान दिया जाए।
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