सीधी (मध्य प्रदेश)। सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 3 आरोपियों ने ‘स्कॉलरशिप’ दिलाने के नाम पर 07 आदिवासी छात्राओं के साथ दरिंदगी की. करीब 3 महीने से चल रहे इस घिनौने कृत्य का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित छात्राओं ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गूगल से सीखा ‘जालसाजी का खेल’
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यह पूरा ‘जालसाजी का खेल’ गूगल से सीखा था. उन्होंने ‘मैजिक वॉइस’ ऐप डाउनलोड करके अपनी आवाज बदल ली और ‘रंजना मैडम’ नामक एक महिला शिक्षिका बनकर छात्राओं से संपर्क किया. ‘रंजना मैडम’ बनकर आरोपी छात्राओं को स्कॉलरशिप दिलाने का प्रलोभन देते थे और सुनसान स्थान पर बुलाकर उनके साथ दुष्कर्म करते थे।
सीधी के सरकारी स्कूल से लिए छात्राओं के नंबर
आरोपियों ने छात्राओं के नंबर सीधी के एक सरकारी स्कूल के ऐप से निकाले थे। इसके बाद उन्होंने ‘वॉयस चेंजर’ ऐप का इस्तेमाल करते हुए स्कूल की महिला प्राचार्य बनकर छात्राओं से बात की।
पुलिस की जांच जारी
इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपियों ने 07 छात्राओं के साथ दुष्कर्म की बात कबूली है। पुलिस का कहना है कि वे इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
आरोपियों में एक शादीशुदा
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति पहले से ही शादीशुदा है। उसकी दो पत्नियां और एक बेटी है पुलिस ने उसके दो अन्य सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है।
यह घटना शिक्षा व्यवस्था और समाज पर एक बड़ा सवालिया निशान है। जरूरी है कि स्कूलों में छात्राओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी और यौन शोषण के प्रति जागरूक किया जाए।
मध्यप्रदेश में सात आदिवासी छात्राओं के साथ दरिंदगी: गूगल से सीखकर रची थी ‘स्कॉलरशिप’ की जालसाजी, तीन गिरफ्तार!
RELATED ARTICLES
Recent Comments