शुक्रवार, अक्टूबर 18, 2024
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पूरे देश में ‘वन नेशन वन एजुकेशन’ की नीति लागू हो-भाकपा

कोरबा (पब्लिक फोरम)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड पवन कुमार वर्मा ने कहा कि आने वाले दिनों में पांच राज्य में चुनाव होना है। कुछ दिन पूरे देश में धार्मिक समीकरण, जाति समीकरण अपने उफान पर रहेंगे। जनता के मुद्दे गायब रहेंगे, जैसे शिक्षा की सामान्यता, चिकित्सा की सामान्यता रोजी-रोटी कपड़ा मकान सब कुछ गायब रहेगा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का उद्देश्य है “वन नेशन वन एजुकेशन” हो। जहां अमीर और गरीब दोनों का बच्चा एक स्कूल में पढ़े इसी प्रकार स्वास्थ्य सुविधा होनी चाहिए। सबके लिए एक समान लेकिन आज पूरे देश में सरकारी संस्थाओं को बदनाम कर उसे बेचा जा रहा है, क्योंकि सत्ता में जो लोग बैठे हैं उन्हीं के प्राइवेट स्कूल और हॉस्पिटल हैं उनको भली-भांति मालूम है कि सरकारी सिस्टम ठीक हो गया तो हमारी दुकान बंद हो जाएगी।

आज जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रयान 3 के सफलता का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सच्चाई इससे बिल्कुल उल्टा है। माननीय नरेंद्र मोदी इसरो को बंद करने या बेच डालने के लिए इसरो के फंड में लगातार कटौती कर रहे हैं। जिस कारण इसरो अपने वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं दे पाया है। इसलिए आज पूरे देश में सभी मेहनतकश लोगों छात्रों, नौजवानों, बुद्धिजीवीयो एवं महिलाओं, मुसलमानों दलितों, आदिवासीयों, मजदूरों, किसानों को जाति धर्म से ऊपर उठ कर के अपने बीच मेहनतकश वर्ग के प्रतिनिधि को वोट करना चाहिए। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी छत्तीसगढ़ में 30 सीटों से ज्यादा पर चुनाव लड़ेंगी। कोरबा के चारों विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी।

यहां पर एक बात साझा कर रहा हूं जो समझना बेहद जरूरी है कि हम आज सामंतवाद, पूंजीवाद, साम्राज्यवाद, अंधविश्वास, धर्मांधता और साम्राज्यवाद के कॉकटेल में जी रहे हैं। वर्तमान व्यवस्था का सबसे ज्यादा ध्यान मुनाफा कमाने पर है। यह व्यवस्था एक बेहतरीन इंसान, एक बेहतरीन मानसिकता और बेहतरीन सोच पैदा नहीं कर सकती। इसका असर हमारे समाज और हमारे पर पारिवारिक ताने-बाने पर भी पड़ रहा है और इसीलिए हमारे समाज में आज भी हजारों साल पुराने अन्याय, शोषण, जुल्म, अत्याचार, भेदभाव और छोटे बड़े की सोच और ऊंच-नीच की सोच बनी हुई है जो एक बेहतर इंसान और समाज और परिवार बनाने में सबसे बड़ी रुकावट का काम कर रही है।

आज एक बेहतर समाज, एक बेहतर परिवार और बेहतरीन आदमी बनाने के लिए जरूरी है कि हम उपरोक्त मनुष्य विरोधी, जन विरोधी और समाज विरोधी विचारधारा का, सोच का और मानसिकता का विरोध करें।
और इसके स्थान पर एक समतावादी, इंसाफपरस्त, समानतावादी, धर्मनिरपेक्ष, जनतंत्रवादी, भाईचारे से परिपूर्ण और समाजवादी सोच का, मानसिकता का और सामाजिक व राजनीतिक व्यवस्था का निर्माण करें, जनता में आपसी प्यार मोहब्बत और भाईचारे की भावना कूट-कूट कर भरें, तभी हमारे भारत में एक बेहतर समाज, एक बेहतर परिवार और एक बेहतरीन आदमी का निर्माण किया जा सकता है और इसका फायदा सबसे ज्यादा हमारे माता-पिता, हमारे बच्चों को होगा। यह काम करना आज की सबसे ज्यादा और सबसे बड़ी जरूरत बन गई है।

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