अधिवक्ता मलय कुमार जहानी ने एसडीएम तखतपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर (पब्लिक फोरम)। जैसे-जैसे प्रदेश में चुनाव के दिन नजदीक आते जा रहे हैं, सभी पार्टियों के केंद्रीय स्तर के नेताओं से लेकर राज्य स्तरीय व स्थानीय नेताओं का छत्तीसगढ़ में धुआंधार दौरा शुरू हो गया है। प्रदेश की जनता जब पीछे पलट कर विकास कार्यों की लिस्ट की जांच पड़ताल करती है तो वही पुरानी बुनियादी समस्याएं हमारी ओर मुंह बिचका-बिचका कर हमें चिढ़ाती रहती हैं। मानो हमको पूछ रही हैं कि “अइसनहें मा हमन कैसे गढ़बो नवा छत्तीसगढ़!”
खैर! यह सब सवाल तो है ही। इन सब बातों को साइड करके हम अगर आगे चलते हैं, तो प्रदेश के समाज का हर तबका आज अपनी-अपनी समस्याओं के बारे में जागरूक हो चला है और अपने-अपने सामुदायिक हितों के लिए आगे आ रहा है। आए दिन प्रदेश सरकार को अपनी मांग पत्र सौंप रहा है। और अपनी-अपनी मांगे मनवाने की जुगत भिड़ाने में जुटा हुआ है। अब ऐसे में हमारे समाज का वह तबका चुपचाप भला कैसे बैठ सकता है। उनकी समस्याएं तो आजादी के पहले से गालिब के जमाने से चली आ रही हैं।
हां, बिलकुल आपने सही पकड़ा है! मैं हमारे पीने वाले साथियों अर्थात शराब पीने वाले सम्माननीय साथियों की ही बात कर रहा हूं।उनकी समस्याओं और उनकी मांगों पर अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया था। किंतु कहते हैं कि उसके दरबार में देर होता है लेकिन अंधेर नहीं होता! (खैर यह तो वही जाने जिन्होंने यह कहावत बनाई) जिन्होंने प्रदेश भर के पीने वाले साथियों की मानवीय भावनाओं को समझते हुए उन्होंने प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को पत्र लिखकर सचमुच एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। उनको ढेर सारी बधाइयां।
मुद्दे की बात यह है कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मलय कुमार जहानी साहब ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा जी को पत्र लिखकर शराब पीने के लिए “शासकीय शराब पेय भवन” बनाने की मांग की है।
अधिवक्ता जहानी साहब ने मांग पत्र में उल्लेख किया है कि राज्य के हर स्थान पर शासकीय देशी एवं विदेशी शराब विक्रय किया जाता है। लेकिन शराब खरीददारों को शराब खरीदने के पश्चात बैठकर सुरक्षित शराब पीने के लिए कोई सरकारी भवन/स्थान उपलब्ध नहीं है। गरीब, मजदूर एवं जन सामान्य व्यक्ति शराब खरीद कर सुनसान स्थान या कहीं पर शराब पीने बैठते हैं, तब आबकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारी/कर्मचारी उन्हें पकड़ लेते हैं, जिससे बेगुनाह जनता को भारी परेशानी हो रही है। छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बैठकर शराब पीने के लिए राज्य भर में हर शासकीय दुकान के पास एक “शासकीय सार्वजनिक शराब पेय भवन” बनाया जाना आपकी सरकार के लिए अत्यंत लाभकारी है।वे सभी हितग्राही आपकी सरकार को आशीर्वाद देंगे।
छत्तीसगढ़ के लोगों का मानना है कि शराब पीने से इंसान मजबूत बनता है। एक तरफ तो आपने चुनाव के पूर्व राज्य में शराब बंदी का वादा किया था जो कि अब तक पूरा नहीं हो पाया है किंतु दूसरी तरफ पुलिस, शराब खरीद कर पीने वालों को पकड़ती है और उन्हें नाहक परेशान करती है। अतः निवेदन है कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य भर में शराब पीने के लिए “शासकीय सार्वजनिक शराब पेय भवन” बनाने की कृपा करे।
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