बालकोनगर (पब्लिक फोरम)। परसाभांठा विकास समिति के बैनर तले परसाभांठा, रिंगरोड एवं रिसदा के व्यापारियों और परसाभांठा के रहवासियों के द्वारा जानलेवा भारी वाहनों की आवाजाही, दुर्घटना की संभावनाओं, प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की स्थिति से राहत पाने और इस संबंध में प्रबंधन के द्वारा पूर्व में की गई घोषणा के अनुसार भारी वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग व्यवस्था के लिए कोई पहल नहीं किए जाने से आक्रोशित लोगों ने 31 अगस्त को बालको प्रबंधन के वादा खिलाफी के विरोध में आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन शुरू कर दिया था। जिसको प्रशासन, बालको प्रबंधन एवं विकास समिति के बीच थाने में हुई चर्चा एवं बालको प्रबंधन के द्वारा पुनः लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद, बनी सहमति के आधार पर उक्त आंदोलन को समाप्त कर दिया गया है।
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त्रिपक्षीय वार्ता में प्रशासन की ओर से लेविन पटेल, बालको प्रबंधन की ओर से भरत महंत, चंदन मिश्रा तथा विकास समिति की ओर से विकास डालमिया, शशी चंद्रा और पवन यादव की उपस्थिति रही। इस समझौता को जनता की जीत बताते हुए तथा आंदोलन में सहयोग के लिए समस्त जन समुदाय एवं व्यापारियों को धन्यवाद देते हुए पर विकास समिति के पदाधिकारियों ने कहा है कि प्रबंधन के द्वारा निर्धारित समयावधि के भीतर मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में पुनः आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी बालको प्रबंधन की होगी।
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