” छह माह में सब्जी बेचकर कमाए 50 हजार रूपए “
कोरबा (पब्लिक फोरम)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बनाई गई डबरी से किसान मोतीलाल का खेत एक फसली से दुफसली हो गया है। मोतीलाल ने अपने खेत में सब्जी उत्पादन करके पिछले छह महीनों में 50 हजार रूपए का लाभ कमाया है, जिससे किसान के जीवन में खुशहाली आ गई है।
जनपद पंचायत कोरबा अंतर्गत ग्राम पंचायत कोरकोमा में रहने वाले किसान श्री मोतीलाल के यहां एक एकड़ खेती जमीन है। इस खेत में सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने पर उसे खेती के लिए बारिश पर ही निर्भर रहना पड़ता था। वह चाहकर भी पर्याप्त फसल नहीं ले पा रहा था। किसान मोतीलाल को गांव के रोजगार सहायक ने बताया कि मनरेगा से उसके खेत में डबरी बनाई जा सकती है, यह सुनकर किसान को खेती करके अधिक लाभ कमाने की उम्मीद जगी। किसान ने खेत में डबरी बनाने का प्रस्ताव दिया। खेत डबरी बनाने की स्वीकृति के बाद डबरी निर्माण का काम शुरू हुआ। डबरी निर्माण में किसान के परिवार सहित गांव के 70 ग्रामीणों को गांव में ही मनरेगा के माध्यम से रोजगार मिला। डबरी बनकर तैयार हो जाने के पश्चात बारिश से डबरी पानी से लबालब भर जाता है।
किसान श्री मोतीलाल के खेत में डबरी बन जाने से खेत में सिंचाई का साधन मिल गया है जिससे उन्होंने अपने खेत में टमाटर, मिर्ची, धनिया, लौकी सब्जी की फसल लगाई। खेत में लगाए गए सब्जी फसल को बेचकर किसान ने पिछले छह माह में 50 हजार रूपए लाभ कमाया है। इसके साथ ही अब उसने अपने खेत में मूंगफली भी लगाई थी। उनके खेत में 07 क्विंटल मूंगफली उत्पादन होने से उसे आर्थिक लाभ मिला है। किसान श्री मोतीलाल का कहना है कि, मनरेगा से बनाई डबरी उसके जीवन में खुशहाली लेकर आई है। पहले पानी की कमी से खेत में लाभ नहीं ले पा रहा था, लेकिन अब खेत में डबरी बन जाने से वह दो फसल ले रहा है। खेत में सब्जी उगाकर लाभ भी कमा रहा है। सरकार के सहयोग से बने डबरी से उसके आर्थिक लाभ में वृद्धि हुई है जिससे किसान का परिवार खुशहाल हो गया है। मनरेगा के माध्यम से डबरी निर्माण के काम से ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार मिलने से ग्रामीण भी खुश है।
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