सहायक श्रम आयुक्त से त्वरित कार्यवाही करने की मांग की ऐक्टू ने.
कोरबा : जिले का पुराना पॉवर प्लांट 200 मेगा वाट छत्तीसगढ़ स्टेट पावर, जेनरेशन कंपनी लिमिटेड, के टी पी एस कोरबा ईस्ट को छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा बंद किये महीनों बीत गये लेकिन उक्त संयंत्र में कार्यरत श्रमिक जो कि विभिन्न ठेका कंपनियों के तहत नियोजित उस संयंत्र की विभिन्न इकाइयों में कार्य करते थे जिन्हें फाइनल पेमेंट दिए बिना ही संयंत्र से बाहर खदेड़ दिया गया है जिससे श्रमिकों में भारी आक्रोश है।
आल ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस ऐक्टू ने श्रमिकों के पेमेंट के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सहायक श्रम आयुक्त कोरबा को लिखे पत्र में ऐक्टू के जिला सचिव राम जी शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड केटी पीएस कोरबा ईस्ट पावर प्लांट में कार्यरत मेसर्स हेम्स कारपोरेशन के अंतर्गत संयंत्र के सीएचपी हापुड़ ईस्ट प्लांट में कार्यरत सैकड़ों श्रमिकों को दिसंबर 2020 के अंतिम सप्ताह के बाद से कार्य से बाहर कर दिया गया है।
संयंत्र में विगत छः से बारह वर्षों तक निरंतर सेवा देने वाले श्रमिकों का पीएफ, ग्रेच्युटी व अन्य हित लाभ आदि का कोई भी हिसाब-किताब देना तो दूर, ठेका कम्पनी हेम्स कारपोरेशन सहित अन्य ठेका कम्पनियां श्रमिकों से अब बात करने के लिए भी तैयार नहीं हैं।
ऐक्टू ने उपरोक्त संदर्भ में त्वरित कार्यवाही कर श्रमिकों का फाइनल पेमेंट कराने तथा श्रमिकों को संयंत्र चालू होने की स्थिति में श्रमिकों को पुनर्नियोजन कराने की मांग किया है.
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