कोरबा (पब्लिक फोरम)। विश्व पर्यावरण दिवस एक अभियान है। इस अभियान की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य वातावरण की स्थितियों पर ध्यान केंद्रित करने और पृथ्वी के सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव का भाग बनने के लिए लोगों को प्रेरित करना है।दुनियाभर में हर साल 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को कई कार्यक्रमों के जरिए प्रकृति को संरक्षित रखने और इससे खिलवाड़ न करने के लिए जागरूक किया जाता है। इन कार्यक्रमों के जरिए लोगों को पौधे लगाने, पेड़ों को संरक्षित करने, हरे पेड़ न काटने, नदियों को साफ रखने और प्रकृति से खिलवाड़ न करने जैसी चीजों के लिए जागरूक किया जाता है।
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मातृका सोसाइटी कोरबा भी पर्यावरण के संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है और इसके लिए मातृका सोसाइटी ने वृक्षारोपण और साहित्यिक रचनाकारों की प्रतियोगिता आयोजित की और देश के विभिन्न स्थानों के लगभग 21 साहित्यकारों और 11 पर्यावरण विद को “पर्यावरण मित्र सम्मान 2023” से सम्मानित किया गया। कई प्रतिभागियों ने पर्यावरण को बचाने इस अभियान में भाग लेकर सामुहिक वृक्षारोपण किया तो किसी ने स्वच्छता अभियान का कार्य किया।
लखनऊ की पर्यावरणीय संरक्षण और संकट पर शोधकर्ता को उनके शोध हेतु कुमारी नित्या दुबे को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम हेतु भावना दुबे, श्वेता शर्मा, वीना आडवाणी नागपुर, डॉ विनय श्रीवास्तव प्रतापगढ़, वीरेंद्र जैन नागपुर, डॉ रश्मि मिश्रा बिलासपुर, नीरज अग्रवाल राजस्थान, शैलेश प्रजापति गुजरात, पूर्णिमा मालतारे मध्यप्रदेश, डॉ आशा लता मुंबई, पल्लवी शर्मा उत्तरप्रदेश, रवीन्द्र दुबे छत्तीसगढ़ जैसे ख्याति प्राप्त साहित्यकारों ने अपना सहयोग प्रदान किया।
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