भिलाईनगर (पब्लिक फोरम)। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर आज भिलाई के सेल परिवार चौक, सेक्टर-6 में संयुक्त श्रम संगठनों ने एक जोरदार सभा का आयोजन किया। इंटक, सीटू, एटक, ऐक्टू, लोइमू, एसडब्ल्यूयू सहित कई मजदूर संगठनों के नेताओं और सैकड़ों श्रमिकों ने इस सभा में हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मजदूर आंदोलन के दौरान शहीद हुए वीरों को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देने के साथ हुई।
नहीं चलेगा शोषण का खेल मजदूरों ने उठाई आवाज
सभा में वक्ताओं ने सरकार की “मजदूर विरोधी श्रम कोड कानूनों”, निजीकरण और ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ आग बबूला होकर अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि ये नीतियां श्रमिकों के हकों को कुचलने का काम कर रही हैं। साथ ही, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी की भयावह स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार से तुरंत कदम उठाने की मांग की गई।
20 मई की आम हड़ताल की तैयारी – “अब नहीं चुप बैठेंगे!”
इस सभा में “20 मई 2025” को होने वाली “अखिल भारतीय आम हड़ताल” को सफल बनाने का आह्वान किया गया। मजदूर नेताओं ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देगी, तो वे पूरे देश में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। सभा का समापन “मजदूर एकता जिंदाबाद!”, “शोषण के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा!” जैसे नारों के साथ हुआ।
क्यों जरूरी है यह आंदोलन?
– श्रम कानूनों में बदलाव से मजदूरों के अधिकार खतरे में।
– निजीकरण और ठेकेदारी से नौकरियां असुरक्षित हो रही हैं।
– महंगाई और बेरोजगारी ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है।
– “20 मई की हड़ताल” मजदूरों के लिए एकजुटता का बड़ा मौका।
मजदूरों का संदेश: “हमारी लड़ाई न्याय की लड़ाई है!”
भिलाई के मजदूरों ने साफ किया कि वे अपने हक के लिए लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि “हम देश की तरक्की के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन हमारे हक मारे जा रहे हैं। अब बस हो चुका!”
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