कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में तपेदिक (टीबी) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए एक उम्मीद की किरण जगी है। रोटरी क्लब कोरबा ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर टीबी के मरीजों को पोषण सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण बीड़ा उठाया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य मरीजों को बेहतर पोषण देकर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना और जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाना है।
कोरबा जिले में टीबी की स्थिति पर नजर डालें तो स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, यहां लगभग 800 मरीज इस बीमारी से पीड़ित हैं। इनमें से शहरी क्षेत्र में करीब 350 मरीज हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए रोटरी क्लब कोरबा ने प्रारंभिक चरण में 65 टीबी मरीजों को गोद लेकर उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने का संकल्प लिया है।
इस महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत 15 अगस्त से की जाएगी। योजना के तहत, रोटरी क्लब द्वारा गोद लिए गए मरीजों को अगले 6 महीने तक हर महीने पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य सामग्री के पैकेट वितरित किए जाएंगे। यह पोषण सहायता टीबी के इलाज के दौरान शरीर को मजबूत बनाने और दवाइयों के प्रभाव को बढ़ाने में अत्यंत सहायक होगी। प्रशासन को यह भी आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में अन्य सामाजिक संस्थाओं को साथ जोड़कर सभी जरूरतमंद मरीजों तक मदद पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।
इस नेक कार्य में रोटरी क्लब कोरबा की ओर से डॉक्टर शोभराज चंदानी विशेष सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे। हाल ही में इस विषय पर आयोजित एक बैठक में जिला क्षय नियंत्रण केंद्र से अशोक पांडे, टेकलाल साहू और राहुल कुर्रे शामिल हुए। वहीं, रोटरी क्लब का प्रतिनिधित्व अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, प्रोजेक्ट चेयरमैन डॉक्टर संजय अग्रवाल, पारस जैन और सतनाम मल्होत्रा ने किया।
यह सहयोग निश्चित रूप से टीबी के खिलाफ लड़ाई में एक मील का पत्थर साबित होगा, जहाँ सामाजिक भागीदारी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है।
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