कोरबा (पब्लिक फोरम)। एसईसीएल दीपका खदान विस्तार परियोजना के लिए अमगांव गांव के आम रास्ते को काटे जाने से ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया है। रविवार को ग्रामीणों ने विस्तार कार्य रोक दिया और मुआवजे, रोजगार और पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:
अधूरे मुआवजे का भुगतान: ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जमीनों का अधिग्रहण किए जाने के बाद भी उन्हें पूरा मुआवजा नहीं दिया गया है।
वैकल्पिक रोजगार: खदान विस्तार के कारण कई ग्रामीणों की रोजीरोटी छीन गई है। उन्हें वैकल्पिक रोजगार मुहैया कराया जाए।
पानी की समस्या: खदान विस्तार से गांव में पानी की कमी हो गई है। ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
मुआवजे की कटौती: दर्राखांडा में रहने वाले ग्रामीणों को मिलने वाले मुआवजे में कटौती का विरोध।
टीन-टपरा मुआवजे में कमी: पहले तय किए गए 362 रुपए प्रति टीन-टपरा के हिसाब से मुआवजे में कटौती का विरोध।
ग्रामीणों का प्रदर्शन:
रविवार को ग्रामीणों ने एकत्रित होकर विस्तार कार्य रोक दिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। देर रात तक प्रदर्शन जारी रहा और विवाद का समाधान नहीं हो पाया था।
एसईसीएल का पक्ष:
एसईसीएल प्रबंधन ने अभी तक ग्रामीणों की मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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