रायपुर (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने और सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देने में वेदांता लिमिटेड की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा जारी “नर्चरिंग, ट्रांसफॉर्मिंग, लीडिंग: इंडिया’स ग्रोथ स्टोरी” नामक सोशल इम्पैक्ट रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान किए गए 437 करोड़ रुपये के निवेश और उससे जुड़े 1.73 करोड़ से अधिक लोगों पर पड़े सकारात्मक प्रभाव को रेखांकित किया गया है। यह रिपोर्ट बताती है कि 1,200 से अधिक गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास और पर्यावरणीय स्थिरता जैसी 153 परियोजनाओं के माध्यम से वेदांता ने समुदायों में बदलाव किया है।
बालको और बीएमसी का छत्तीसगढ़ में बड़ा योगदान
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित बालको (भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड) और बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) ने अपने सीएसआर प्रयासों से 1,69,056 लोगों की जिंदगी में बदलाव किया है। इन पहलों के तहत स्वास्थ्य सेवाओं, महिला सशक्तिकरण, आजीविका सृजन और सामुदायिक बुनियादी ढांचे में सुधार के माध्यम से लाभ पहुंचाया गया है।
बीएमसी ने कैंसर उपचार के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित करते हुए अब तक 38,500 से अधिक मरीजों का इलाज किया है। वर्ष 2023 में बीएमसी को कैंसर रिसर्च यूके और यूएस नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का “कैंसर ग्रैंड चैलेंजेस” अनुदान प्राप्त हुआ। यह अर्ली-ऑनसेट कोलोरेक्टल कैंसर पर शोध को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
प्रेरणादायक कहानियां: हिम्मत और बदलाव की मिसाल
मुंगेली जिले की 7 वर्षीय बच्ची, जिसे इविंग्स सारकोमा नामक दुर्लभ हड्डी के कैंसर का सामना करना पड़ा, बीएमसी की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से एक नया जीवन पा सकी। आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त उपचार के कारण उसके परिवार पर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ा। अब वह सामान्य जीवन जी रही है।
इसी तरह, बुंदेली गांव के किसान तुलसी मांझवार ने बालको के मार्गदर्शन में लाख की खेती करके 65,000 रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की। यह उनके परिवार की आजीविका में सुधार का बेहतरीन उदाहरण है।
स्थायी आजीविका और जल प्रबंधन: ‘मोर जल मोर माटी’ की सफलता
बालको का ‘मोर जल मोर माटी’ प्रोजेक्ट जल संरक्षण और खेती के नवाचारी तरीकों को अपनाकर किसानों को सशक्त बना रहा है। इस परियोजना के तहत 107 जल संरचनाओं का निर्माण किया गया, जिससे 1,800 एकड़ भूमि पर सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हुआ। इससे किसानों की आय में 50% तक की वृद्धि हुई है।
महिला सशक्तिकरण: ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ की पहल
महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ के तहत 5,741 महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से जोड़ा गया। इस पहल ने 2,087 महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया और उनके प्रयासों से 12 लाख रुपये की बचत संभव हुई।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन: समावेशी विकास की प्रतिबद्धता
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तहत संचालित 6,044 ‘नंद घर’ आंगनवाड़ी केंद्र भारत भर में 2,38,161 बच्चों और 1,78,620 महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य और कौशल विकास की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।
वेदांता: समृद्ध भारत के लिए प्रतिबद्ध
वेदांता ने अगले पांच वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये के सीएसआर निवेश का लक्ष्य रखा है। इसका उद्देश्य एक सतत और समावेशी भविष्य का निर्माण करना है।
वेदांता की इन पहलों ने छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत में सामाजिक विकास को नई दिशा दी है। यह न केवल समुदायों को सशक्त बना रही है, बल्कि देश के विकास की कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
महत्वपूर्ण आँकड़े (वित्त वर्ष 2023-24)
437 करोड़ रुपये का सामाजिक निवेश।
1.73 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ।
6,044 नंद घरों के माध्यम से 2.38 लाख बच्चों और 1.78 लाख महिलाओं को सहायता।
1.48 लाख पशुओं को पशु कल्याण परियोजनाओं से लाभ।
17 लाख लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ।
अधिक जानकारी के लिए: वेदांता लिमिटेड
पढ़ें पूरी रिपोर्ट: सोशल इम्पैक्ट रिपोर्ट
वेदांता का यह प्रयास सतत विकास और समावेशी समाज के निर्माण में प्रेरणादायक है।
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