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रविवार, अक्टूबर 5, 2025
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कोरबा में गांधी-शास्त्री जयंती पर श्रद्धांजलि: कांग्रेस ने सत्य और अहिंसा के मार्गदर्शकों को किया याद

कोरबा (पब्लिक फोरम)। गांधी चौक कोरबा, गांधी प्रतिमा बुधवारी, शास्त्री प्रतिमा कोसाबाड़ी एवं जिला कांग्रेस कार्यालय कोरबा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती कार्यक्रम में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर उनके प्रतिमा पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण अर्पित कर उन्हे स्मरण किया।

इस मौके पर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि मोहन दास करमचंद गांधी, एक ऐसा नाम जो दुनियाभर में अपने दृश निश्चय, सत्य के लिये अटल-अडिग और अहिंसा के रास्ते पर चलकर विजय हासिल करने के लिए जाना जाता है। उनके जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, स्कूल में औसत विद्यार्थी होने के बावजूद उन्होने भारत में ब्रिटिश शासन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। वे असाधारण बुद्धि और सिद्धांतों वाले आदमी थे। महात्मा गांधी का जीवन और शिक्षाएं सभी उम्र के लोगों, विशेषकर स्कूली छात्रों को प्रेरित करती है। श्री अग्रवाल ने शास्त्री जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहाकि स्वतन्त्रता की लड़ाई में शास्त्री जी ने ‘मरो नहीं मारो’ का नारा दिया, जिसने पुरे देश में स्वतन्त्रता की ज्वाला को तीव्र कर दिया. शास्त्री जी एक ‘गाँधी-वादी’ नेता थे, जिन्होंने सम्पूर्ण जीवन देश और गरीबो की सेवा में लगा दिया।
पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि महात्मा गांधी सभी धर्मों के लिये सम्मान का रवैय्या और उनकी अच्छी बातों को समझने की इच्छा उनके दिमाग में प्रारंभिक जीवन में घर कर गई थी। उनके व्यक्तित्व के नैतिक प्रभाव और अहिंसा की तकनीक की तुलन नही की जा सकती और ना ही इसकी किमत किसी देश या पीढ़ी तक सिमित है यह मानवता के लिये उनका अविनाशी उपहार है। श्री प्रसाद ने लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा भारत में ब्रिटिश शासन का समर्थन कर रहे भारतीय राजाओं की महात्मा गांधी द्वारा की गई निंदा से अत्यंत प्रभावित हुए। लाल बहादुर शास्त्री जब केवल ग्यारह वर्ष के थे तब से ही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कुछ करने का मन बना लिया था।

जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष मनोज चौहान ने कहा कि भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार का प्रतिकार के अग्रणी नेता थे। उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धांत पर रखी गई थी जिसमें भारत को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम दिलाकर पूरे विश्व में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आंदोलन के लिये प्रेरित किया। शहर अध्यक्ष नत्थुलाल यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी विश्व के युग महापुरुषों में से थे उन्हें किसी एक भौगोलिक परिधि के सीमित दायरे में अथवा किसी जाति विशेष, सम्प्रदाय या परम्परा के अंतर्गत रखे जाने का विचार भी लाना असंगत होगा। युगपुरुष महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के व्यापक महत्व को समझा और अपने आप में आत्मसात किया। वे समग्र मानवता के कल्याण और सर्वोदय के लिए प्रयास करते थे।

इस मौके पर पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी, पूर्व अध्यक्ष सपना चौहान, सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू, पार्षद मुकेश राठौर, एवं नारायण कुर्रे, विनोद अग्रवाल, गजानंद साहू, लक्ष्मीनारायण देवांगन, दुष्यंत शर्मा, संतोष राठौर, मनीष शर्मा, अविनाश बंजारे, जवाहर निर्मलकर, ए डी जोशी, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, संजू अग्रवाल, पुष्पा पात्रे, सीमा कुर्रे, रवि खुंटे, लक्ष्मी महंत, माधुरी ध्रुव, श्याम बाई, ज्योति दास दीवान, कुंजबिहारी साहू, छत्रपाल सिंह कुर्रे, कु.शांता मंडावे, पंचराम निराला, रमेश वर्मा, बनावारी पाहुजा, बच्चु लाल मखवानी, डॉ.रामगोपाल यादव, गोपाल यादव, सुशील नेताम,रज्जाक खान, मनमोहन यादव, रतन दास, सुरेश कुमार अग्रवाल ने भी  पुष्‍पांजलि अर्पित कर महात्‍मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्‍त्री के जीवन पर प्रकाश डाला।

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