कांकेर (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ श्रमिक नेता और मजदूर आंदोलन की प्रमुख आवाज़ रहे विश्वनाथ सान्याल (बी. सान्याल) का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन से प्रदेश ही नहीं, देश के श्रमिक एवं कर्मचारी आंदोलनों को अपूरणीय क्षति पहुँची है।
सान्याल लंबे समय से मजदूर और बीमा कर्मचारियों के अधिकारों के लिए सक्रिय रहे। वे देशभर के बीमा कर्मचारियों के एक सशक्त नेता के रूप में पहचाने जाते थे। इसके साथ ही वे सीटू (CITU) जैसे प्रतिष्ठित मजदूर संगठन में छत्तीसगढ़ राज्य अध्यक्ष और राज्य सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहकर संगठनात्मक और संघर्षात्मक भूमिका निभाते रहे।
राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन द्वारा आज जारी एक संयुक्त शोक वक्तव्य में राज्य अध्यक्ष देवचंद भास्कर एवं महासचिव ओम प्रकाश देवांगन ने बी. सान्याल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। वक्तव्य में कहा गया कि बी. सान्याल न केवल मजदूर आंदोलनों के सशक्त प्रतिनिधि थे, बल्कि प्रदेश के जनवादी आंदोलनों में भी उन्होंने महत्त्वपूर्ण नेतृत्व भूमिका निभाई थी।
संघर्ष, निष्ठा और सिद्धांत आधारित राजनीति के प्रतीक रहे बी. सान्याल का जीवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगा। उन्होंने हमेशा मजदूर वर्ग के अधिकारों, सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया।
राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके योगदान को नमन किया है। संगठन के सभी कार्यकर्ताओं ने दिवंगत नेता की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बी. सान्याल के निधन से छत्तीसगढ़ में जनांदोलनों की एक युगांतकारी धारा का अंत हो गया, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं दिखती।

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