कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा और करतला थाना क्षेत्र के कोटमेर गांव में जहरीली कच्ची शराब पीने से एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 50 वर्षीय मालती बाई, 60 वर्षीय राम सिंह और 49 वर्षीय बेदराम शामिल हैं। इस घटना को छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में न आदिवासियों का जंगल बच पा रहा है और न ही उनकी जान सुरक्षित है।
डॉ. महंत ने अपने रामपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर और विधायक फूल सिंह राठिया के साथ कोटमेर गांव का दौरा किया। उन्होंने मृतक आदिवासियों के परिजनों, सरपंच, जनपद सदस्य और ग्रामवासियों से मुलाकात की और घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस गांव में पिछले 5 साल से महिलाओं ने शराब बेचने पर पाबंदी लगा रखी थी, जिससे यह गांव नशामुक्त हो गया था। लेकिन कुछ बाहरी लोग इस पाबंदी का फायदा उठाकर अवैध शराब बेचते हैं।
पुलिस के अनुसार, शराब पीने के तुरंत बाद ही तीनों की मौत हो गई और उनके खाने का सामान, जैसे मछली आदि, वैसे ही पड़ा मिला। इससे स्पष्ट होता है कि शराब पूरी तरह से जहरीली थी। डॉ. महंत ने आबकारी और पुलिस विभाग से अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं समाज के संरक्षण में लगी हैं, उन्हें अवैध शराब बेचने वालों से सुरक्षा नहीं मिलेगी तो समाज कैसे सुधरेगा।
डॉ. महंत ने कहा कि जनपद सदस्य और अन्य लोग अवैध शराब और नशा की बिक्री को रोकने की कोशिश करते हैं, मगर उन पर दबाव बनाया जाता है। उन्होंने एसडीओपी को कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए और एसपी से भी इस मामले में बात करने का आश्वासन दिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा और तत्काल सहायता राशि देने की मांग की।
डॉ. महंत ने कहा कि जहां-जहां अवैध शराब बेची जाती है, वह आबकारी विभाग के संरक्षण के बिना संभव नहीं है। इस दौरान गांव के गणमान्यजन और ग्रामवासी भी उपस्थित रहे और कड़ी कार्यवाही की मांग की।
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