– सभी प्राथमिक विद्यालयों में न्यूनतम दो शिक्षक सुनिश्चित
– मिडिल स्कूलों में तीन शिक्षकों की गारंटी
– पोड़ी उपरोड़ा, पाली और कोरबा ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्रों में व्यापक बदलाव
कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरबा जिले में अतिशेष शिक्षकों के पुनर्वितरण की महत्वाकांक्षी योजना सफलतापूर्वक संपन्न हो गई है। इस व्यापक कार्यक्रम के परिणामस्वरूप जिले के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित शिक्षकविहीन एवं एकल शिक्षकीय विद्यालयों में नए शिक्षकों की नियुक्ति हुई है, जिससे हजारों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
जिला कलेक्टर अजीत वसंत के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न इस काउंसलिंग प्रक्रिया से पोड़ी उपरोड़ा, पाली और कोरबा ब्लॉक के दूरस्थ विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। पिपरिया, लमना, मोरगा, दुल्लापुर, चोटिया, पसान, अरसिया, पोड़ी, पाली, सिरमिना, सपलवा, उड़ान, रतखंडी, परसदा, बारी उमराव, पहाड़गांव, बाईसेमर, नकिया, श्यांग, लेमरू, खमहून, सिमकेंदा, लामपहाड़ और बिंझकोट जैसे दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालयों में अब पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध होंगे।
तीन चरणों में संपन्न हुई काउंसलिंग प्रक्रिया
प्राथमिक शिक्षा स्तर (31 मई)
राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस पारदर्शी काउंसलिंग प्रक्रिया में सर्वप्रथम 287 सहायक शिक्षकों का पुनर्वितरण किया गया। इस प्रक्रिया में 14 शिक्षकविहीन एवं 273 एकल शिक्षकीय प्राथमिक विद्यालयों को सम्मिलित किया गया। अतिशेष शिक्षकों के समायोजन के उपरांत समस्त प्राथमिक विद्यालयों में न्यूनतम दो शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।
माध्यमिक शिक्षा स्तर (3 जून)
द्वितीय चरण में माध्यमिक विद्यालयों हेतु 4 प्रधानपाठकों एवं 147 शिक्षकों की काउंसलिंग आयोजित की गई। इस व्यवस्था के अंतर्गत 20 एकल शिक्षकीय, 4 शिक्षकविहीन तथा 62 द्विशिक्षकीय मिडिल स्कूलों में न्यूनतम तीन शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित की गई है।

उच्च माध्यमिक शिक्षा स्तर (2 जून)
तृतीय चरण में हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों के 75 अतिशेष व्याख्याताओं को गणित, रसायन विज्ञान, भौतिकी, हिंदी, अंग्रेजी तथा वाणिज्य विषयों की कमी वाले विद्यालयों में पदस्थापित किया गया है।
सर्वाधिक लाभान्वित क्षेत्र
इस महत्वपूर्ण पहल का सर्वाधिक लाभ पोड़ी उपरोड़ा एवं पाली ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को प्राप्त होगा। पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के लगभग 100 प्राथमिक विद्यालयों में पूर्व में एकल शिक्षक व्यवस्था के कारण अध्ययन गुणवत्ता प्रभावित हो रही थी। इसी प्रकार पाली ब्लॉक के 76, करतला के 30, कटघोरा ब्लॉक के 26 तथा कोरबा ब्लॉक के 34 प्राथमिक विद्यालयों में अब न्यूनतम दो शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
शिक्षकों एवं अभिभावकों को मिलेगी राहत
पूर्ववर्ती व्यवस्था में शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण निकटवर्ती विद्यालयों के शिक्षकों पर अतिरिक्त कार्यभार आता था, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होती थी। नई व्यवस्था से न केवल शिक्षकों को राहत मिलेगी, बल्कि चिंतित अभिभावकों की समस्याओं का भी समाधान होगा।

विज्ञान एवं गणित शिक्षा में सुधार
हायर सेकेंडरी स्तर पर विशेषज्ञ व्याख्याताओं की नियुक्ति से विद्यार्थियों को गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान तथा अंग्रेजी जैसे चुनौतीपूर्ण विषयों में बेहतर मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इससे ग्रामीण छात्रों में विज्ञान एवं गणित विषयों के प्रति रुचि बढ़ेगी तथा इंजीनियरिंग एवं चिकित्सा क्षेत्र में करियर निर्माण हेतु उन्हें मजबूत आधार मिलेगा।
कलेक्टर का विशेष संदेश
जिला कलेक्टर श्री वसंत ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “कोरबा जिले में अतिशेष शिक्षकों के वैज्ञानिक पुनर्वितरण की यह प्रक्रिया राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के पूर्ण अनुपालन में संपादित की गई है। शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस निष्पक्ष एवं पारदर्शी काउंसलिंग से दूरदराज के विद्यार्थियों को अपेक्षित लाभ प्राप्त होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “समयबद्ध पाठ्यक्रम पूर्णता, मजबूत शैक्षणिक नींव तथा विषय विशेषज्ञता के साथ कोरबा जिले का शैक्षणिक परिदृश्य निकट भविष्य में एक नवीन आयाम प्राप्त करेगा। यह व्यवस्था न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएगी, बल्कि जिले की शैक्षणिक पहचान को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।”
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