रायगढ़ (पब्लिक फोरम)। राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर और जिला परियोजना कार्यालय रायगढ़ के निर्देशानुसार, विकासखण्ड रायगढ़ के संकुल केंद्र डोंगीतराई, कछार और कोड़तराई के प्रत्येक प्राथमिक शाला के एक-एक महिला शिक्षक को एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य था कि बच्चों को स्कूल जाने से पहले अंगना में शिक्षा देने के लिए माताओं को सक्रिय और सहभागी बनाया जाए।
प्रशिक्षण का आयोजन प्राथमिक शाला डोंगीतराई में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य रामनाथ सिंह, वीरेंद्र कुमार चौहान संकुल समन्वयक डोंगीतराई, शशि कुमार डनसेना संकुल समन्वयक कछार, और खरे सर संकुल समन्वयक कोड़तराई द्वारा सरस्वती माँ की छाया चित्र पर पूजा अर्चना करके किया गया। संकुल प्राचार्य रामनाथ सिंह ने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। तीनों संकुल के संकुल समन्वयकों ने अपने विचार और अनुभव बांटे।
प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में, मास्टर ट्रेनर्स जयश्री दीवान और वंदना अख्तरी ने अंगना म शिक्षा के बारे में आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे निपुण भारत के लक्ष्यों को पूरा करते हुए बच्चों का पूर्ण विकास किया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे बच्चों को स्कूल जाने की तैयारी आनंदमयी माहौल और खेल-कूद के द्वारा दी जाए। उन्होंने माताओं को सक्रिय और सहभागी बनाने के तरीके भी सिखाए।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से, रायगढ़ के प्राथमिक शालाओं में कार्यरत महिला शिक्षकों को अंगना म शिक्षा के बारे में जागरूकता और कौशल प्रदान किए गए। इससे उन्हें बच्चों को स्कूल जाने से पहले शिक्षा देने के लिए माताओं को सक्रिय और सहभागी बनाने में मदद मिलेगी। इस प्रशिक्षण ने बच्चों के पूर्ण विकास, निपुण भारत के लक्ष्यों, और आनंदमयी माहौल के महत्व को भी समझाया। इस प्रशिक्षण की सफलता के लिए तीनों संकुलों के सभी शिक्षक, माताएं, और स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों का योगदान बेहद सराहनीय है।
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