मंगलवार, दिसम्बर 3, 2024
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SECL की वादाखिलाफी के विरोध में भूविस्थापितों ने सराईपाली खदान को बंद किया

एक साल गुजरने के बाद भी रोजगार, बसाहट और मुआवजा का लटका हुआ है मामला

कोरबा/पाली (पब्लिक फोरम)। एसईसीएल कोरबा क्षेत्र अंतर्गत सराईपाली ओपन कास्ट खदान के भूविस्थापितों की रोजगार बसाहट मुआवजा सहित मूलभूत सुविधाओं की माँग पर प्रभावितों ने कोयला उत्खनन को पूरी तरह से बंद करा दिया है । यहां पर भुविस्थापितों की सोसाइटी के माध्यम से हो रहे कोयला लदान और ट्रांसपोर्ट के कार्य से बाहर करने की साजिश के बाद आक्रोश फुट पड़ा है ।

गौर तलब है कि 17 सालो बाद 2020 में संचालन में आये सराईपाली ओपन कास्ट खदान में कोयला उत्पादन शुरू हो पाया है और मार्च महीने में लक्ष्य पूरा करने की अंतिम दौर में खदान बन्द होने से अधिकारी खासे परेशान हो गए हैं । ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति ने यहां के भुविस्थापितों को वैकल्पिक रोजगार के लिए कोल ट्रांसपोर्टेशन में 20% आरक्षण के लिए कोल इंडिया द्वारा जारी निर्देश और फंक्शनल डायरेक्टर्स के निर्णय के आधार पर अपने मांग को लेकर 5 महीनों तक खदान में ताला जड़ दिया था उसके बाद हुए समझौते के तहत ठेका कंपनी स्टार एक्स मिनरल के साथ साझा करते हुए पिछले एक साल से भुविस्थापितों की सोसाइटी कोयला उत्पादन के कार्य मे लगी हूई है ।

समझौते में एसईसीएल प्रबन्धन ने रोजगार, बसाहट और मुआवजा सहित मूलभूत सुविधाओं को तीन महीने में सुलभ करा लेने का लिखित आश्वसन दिया था किंतु समझौते को एक साल गुजर जाने के बाद भी एसईसीएल मुख्यालय और क्षेत्रीय मुख्यालय के बीच फंसे पेच में प्रभावितो का काम पूरा नही हो पाया है । जिसके लिये संगठन और भुविस्थापितों के द्वारा मांग किया जा रहा है ।

पिछले महीने स्टार एक्स कंपनी ने केएनएस प्राइवेट लिमिटेड को अपने काम को हेंड ओभर कर दिया है और भुविस्थापितों की परिवहन गाड़ियों को बाहर करना चाह रही है जिसके बाद विवाद गहरा गया है । आज भुविस्थापितों ने कोयला उत्खनन को बंद कर अपनी रोजगार बसाहट की मांग करते हुए आंदोलन छेड़ दिया ।

ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने बताया है कि दिनांक 16/11/2020 को एसईसीएल और हमारे संगठन के साथ द्विपक्षीय समझौता के तहत 5 बिंदुओं में सहमति बनी थी और प्रबन्धन ने आश्वासन दिया था कि तीन महीने में समस्याओ का समाधान किया जाएगा किन्तु 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी समस्याओ का समाधान नही किया गया है ।

भुविस्थापितों को कोल ट्रांसपोर्टेशन के कार्य सहित अन्य कामो में 20% आरक्षण देने की मांग पर उक्त खदान में नियोजित ठेका कंपनी के साथ वार्ता किया जाकर कोल ट्रांसपोर्टेशन की 100% कार्य के लिए अनुबन्ध भी किया गया था और उसी आधार पर काम हो भी रहा था विगत कुछ दिनों से ठेका कंपनी स्टार एक्स के द्वारा किसी अन्य कंपनी के एन एस इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड को अपना काम देकर भुविस्थापितों के फर्म्स को किये जा ट्रांसपोर्ट के काम से बाहर करने की साजिश के तहत विवाद उत्पन्न किया गया जिसका सीधा मतलब है भुविस्थापितों को उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है । जिसे बर्दास्त नही किया जा सकता ।

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