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महिलाओं के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर: निःशुल्क सहायता और जागरूकता अभियान से सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम

कोरबा (पब्लिक फोरम)। जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा के उद्देश्य से सखी वन स्टॉप सेंटर द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत एनआरएलएम बिहान कार्यक्रम के माध्यम से उरगा, कटघोरा और अजगरबहार क्षेत्र की महिलाओं को इस केंद्र की सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में केंद्र के प्रशासक और केस वर्कर्स ने महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं और महिला हेल्पलाइन नंबर 181 की उपलब्ध सहायता के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही योजना से संबंधित पाम्पलेट भी वितरित किए गए।

कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और उपलब्ध सहायता के प्रति जागरूक करना था। कोसगाई मंदिर (छुरी), भवानी माता मंदिर (दर्री) और मड़वारानी (बरपाली) जैसे स्थानों पर आयोजित इस कार्यक्रम में बालिकाओं को बेहतर अवसर प्रदान करने, शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, और देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया। इसके साथ ही बालिकाओं को भेदभाव, हिंसा, और बाल विवाह जैसे मुद्दों से सुरक्षा के प्रति भी जागरूक किया गया।

सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से पीड़ित महिलाओं को निःशुल्क परामर्श, चिकित्सा सहायता, विधिक सहायता, पुलिस सहायता, और अस्थायी आश्रय जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस अवसर पर महिला हेल्पलाइन नंबर 181 के अलावा नोनी सुरक्षा योजना, टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005, और बाल विवाह रोकथाम जैसे कानूनों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल महिलाओं को जागरूक बनाना है, बल्कि उन्हें इस बात का अहसास दिलाना है कि किसी भी समस्या या संकट की स्थिति में वे अकेली नहीं हैं। सखी वन स्टॉप सेंटर उनके हर कदम पर मदद के लिए तत्पर है। महिलाओं को यह भी समझाया गया कि किस प्रकार वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर एक सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सकती हैं।
सखी वन स्टॉप सेंटर का यह प्रयास महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के साथ-साथ उनके आत्मबल को भी बढ़ा रहा है। यह कार्यक्रम उन महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण है, जो किसी भी प्रकार की हिंसा या भेदभाव का सामना कर रही हैं।

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