कोरबा (पब्लिक फोरम)। जिले के एनटीपीसी विद्युत संयंत्र से प्रभावित भू विस्थापित 150 से अधिक दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। आज राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल शहर के आईटीआई, रामपुर स्थित तानसेन चौक धरना स्थल पहुंच कर ग्राम चारपारा की प्रभावित भूमि स्थापितों कि आंदोलन को समर्थन दिया। मौके पर उपस्थित कोरबा और कटघोरा दोनों अनुभाग के एसडीएम को राजस्व मंत्री ने NTPC से प्रभावित भूविस्थापितों, एनटीपीसी प्रबंधन व प्रशासन की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित करने के निर्देश दिए। राजस्व मंत्री ने कहा कि मामले की गंभीरता को समझते हुए समस्या का यथाशीघ्र निराकरण किया जाए।
भूविस्थापितों में जगी उम्मीद
ग्राम चारपारा के आंदोलनरत भू-विस्थापित धरना आंदोलन के लंबे अंतराल के बाद राजस्व मंत्री को अप्रत्याशित रूप से अपने बीच पाकर काफी हर्षित थे। उन्होंने कहा कि हम राजस्व मंत्री के समर्थन का स्वागत करते हैं। और हमें अब उम्मीद है कि 1978-79 से लंबित भू विस्थापितों की मुआवजा और नौकरी की समस्याओं को हल करने की कार्रवाई को एनटीपीसी प्रबंधन गंभीरता से लेगा। और अब कार्यवाही जरूर होगी।

लखन लाल देवांगन ने अपने गृह ग्राम चारपारा के भूविस्थापितों की ज्वलंत समस्याओं पर कभी भी नहीं ली सुधि
उल्लेखनीय है कि सन 1978-79 से अपने विस्थापन, मुआवजा और नौकरी की समस्याओं को लेकर लगातार जूझते हुए जो भूविस्थापित वर्तमान में 154 दिनों से धरना आंदोलन कर रहे हैं। वे सभी लखन लाल देवांगन के गृह ग्राम चारपारा के मूलनिवासी हैं। लेकिन भाजपा प्रत्याशी ने (न जाने क्यों?) कभी भी उनकी सुधि नहीं ली। चारपारा कोहड़िया के लगभग 300 परिवार एनटीपीसी से प्रभावित हैं। लंबे समय से एनटीपीसी प्रबंधन के प्रति भाजपा प्रत्याशी के ढुलमुल रवैये को लेकर भी भू विस्थापितों में काफी रोज व्याप्त है।
भूविस्थापितों का आरोप है कि एनटीपीसी प्रबंधन ने भूमि अधिग्रहण के वक्त किए गए वादों को कभी भी पूरा नहीं किया। प्रत्येक परिवार के व्यक्ति को नौकरी, पुनर्वास और मुआवजा प्रदान करने की बातें कही गई थी। लेकिन यह मांगे आज तक लंबित हैं। जबकि इन 40 सालों में कई भूविस्थापितों की मौत हो गई है और एक पीढ़ी गुजर चुकी है।
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