बलौदाबाजार (पब्लिक फोरम)। रायपुर संभाग के कमिश्नर महादेव कावरे ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान संयुक्त जिला कार्यालय में संचालित संपर्क केंद्र (92018-99925) की कार्यप्रणाली की जमकर सराहना की। उन्होंने संपर्क केंद्र की प्रभावी भूमिका को देखते हुए इसे संभाग के अन्य जिलों में भी अपनाने की योजना बनाई है।
कावरे ने कार्यालय में संपर्क केंद्र के कक्ष का दौरा किया और इसकी कार्यप्रणाली को गहराई से समझा। इस दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने उन्हें बताया कि संपर्क केंद्र के माध्यम से अब तक 126 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं, जिनमें से 89 मामलों का तुरंत समाधान किया गया है, जबकि शेष 37 मामलों को समयसीमा के भीतर सुलझाने का कार्य जारी है।
गांवों से सीधा संवाद और त्वरित समाधान
केंद्र न केवल शिकायतों का समाधान करता है, बल्कि गांवों की समस्याओं और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के लिए 58 गांवों के जनप्रतिनिधियों के साथ सीधा संवाद भी स्थापित कर चुका है। इस पहल के माध्यम से कई लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ है। जैसे कि भाटापारा विकासखंड के ग्राम बोरसी(ध) के दो भाइयों के बीच धान बोनस के विवाद को सुलझाया गया। साथ ही, कर्नाटक के कोलार जिले में बंधक बनाए गए आठ श्रमिकों को भी सकुशल वापस लाया गया है।
समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान
कमिश्नर श्री कावरे ने इस नवाचारी पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह आम जनता की समस्याओं के त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए एक सार्थक प्रयास है। उन्होंने बताया कि संपर्क केंद्र राज्य सरकार के सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे लोगों को बिना किसी परेशानी के घर बैठे अपनी समस्याओं और सुझावों का समाधान मिल सकेगा।
संभाग के अन्य जिलों में अपनाने की योजना
श्री कावरे ने कहा कि यह मॉडल बेहद सफल और प्रभावी साबित हुआ है, और इसे संभाग के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
संपर्क केंद्र की स्थापना
यह नवाचारी पहल जिले में आम जनता की समस्याओं, मांगों और योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस केंद्र के जरिए जिले का कोई भी नागरिक 92018-99925 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। इसके अलावा, विभागीय योजनाओं की जानकारी भी रूटीन में प्रदान की जाती है। शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग की जाती है और समयसीमा के भीतर उनके समाधान का प्रयास होता है।
इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त सरिता तिवारी, जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर दीप्ति गौते, एसडीएम अमित गुप्ता, लेखाधिकारी पूजा रानी सोरी और अधीक्षक एम.एम. टाण्डेय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
यह पहल शासन और जनता के बीच के संवाद को मजबूत करने का एक प्रभावी माध्यम साबित हो रही है। इससे प्रशासन की जवाबदेही बढ़ी है और त्वरित समाधान मिलने से लोगों का भरोसा भी प्रशासन पर बढ़ रहा है। पत्रकारिता के दृष्टिकोण से, यह पहल पारदर्शिता और प्रभाव शीलता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
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