शुक्रवार, दिसम्बर 5, 2025
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भिलाई इस्पात संयंत्र में 21 ठेका श्रमिकों की अचानक सेवा समाप्ति पर विरोध तेज: ऐक्टू ने बकाया भुगतान के लिए सौंपा ज्ञापन

भिलाई (पब्लिक फोरम)। सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (AICCTU) ने भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत 21 ठेका श्रमिकों की अचानक सेवा समाप्ति को गंभीर श्रम अधिकार उल्लंघन बताया है। संगठन द्वारा जारी प्रेस बयान के अनुसार, बिंदु कंस्ट्रक्शन एंड IES के माध्यम से ब्लास्ट फर्नेस में काम कर रहे इन श्रमिकों को बिना पूर्व सूचना नौकरी से हटा दिया गया। प्रभावित श्रमिकों में चार महिलाएँ भी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, इन श्रमिकों ने संयंत्र में एक वर्ष से लेकर चार वर्ष तक सेवा दी है। संघर्ष के बाद उनके खातों में बोनस और अंतिम भुगतान के नाम पर बहुत कम राशि जमा की गई, जबकि चार श्रमिकों को एक भी रुपये का भुगतान नहीं किया गया है।

शिकायतों पर कार्रवाई नहीं
श्रमिकों ने ठेकेदार और प्रबंधन को वेतन में कमी, श्रम कानूनों के पालन न होने तथा अन्य अनियमितताओं के संबंध में मौखिक एवं लिखित आवेदन दिए थे, लेकिन कोई जांच या कार्रवाई नहीं की गई। इससे ठेका श्रमिकों में नाराज़गी बढ़ रही है।

ऐक्टू ने GM ठेका श्रमिक प्रकोष्ठ को सौंपा ज्ञापन
4 दिसंबर 2025 को सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स ऐक्टू ने बीएसपी प्रबंधन के ठेका श्रमिक प्रकोष्ठ के महाप्रबंधक को बकाया बोनस और अंतिम भुगतान की शेष राशि के त्वरित भुगतान की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में शामिल श्रमिकों के नाम इस प्रकार हैं:—
अरविंद कुमार यादव, दीनू कुमार, जनक लाल यादव, शशि हरपाल, राज यादव, विजय कुमार, यादराम धनकर, जे. ताताराव, नीचू कुमार चक्रधारी, गुलशन कुमार पटेल, सूर्या भारती, चुरामन, लोमेश विश्वकर्मा, प्रहलाद कुमार, जगन्नाथ मिश्रा, लक्ष्मी, चित्ररेखा यादव, रुक्मणी वर्मा, पार्वती साहू, उमेश कुमार और कुबेर साहू।

ज्ञापन में AICCTU ने बीएसपी – प्रबंधन से मांग की है कि:—
हटाए गए श्रमिकों की शिकायतों की निष्पक्ष जांच की जाए।
– सभी श्रमिकों को बकाया भुगतान तुरंत जारी किया जाए।
– ठेका प्रणाली के तहत श्रम कानूनों के पालन को सुनिश्चित किया जाए।
संगठन का कहना है कि यदि समय पर उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

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