कोरबा (पब्लिक फोरम)। कलेक्टर जन चौपाल में परसाभाटा विकास समिति द्वारा कलेक्टर को यह अवगत कराया गया कि पूर्व में भी कई बार इस समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जाता रहा है तथा समस्या के समाधान हेतु उन से निवेदन प्रतिवेदन किया जाता रहा है परंतु आज तक सिर्फ आश्वासन के अलावा कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके विरोध में 30/11/2022 को परसाभांठा बाजार पर 36 घंटे आम जनमानस द्वारा चक्का जाम भी किया गया था जिसमें भारी वाहनों को पूर्ण रूप से चलने से रोका गया था। तदोपरांत जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम द्वारा लिखित आश्वासन भी दिया गया था जिस पर भी आज पर्यन्त कोई कार्यवाही नहीं की गई।
उन समस्त बिंदुओं को लेकर आज पुनः कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया एवं उन समस्त बिंदुओं की जानकारी जो कि क्रमवार नीचे दी गई है तथा यह भी अवगत कराया गया है कि यदि 15 दिवस के भीतर इन बिंदुओं पर कार्य नहीं किया जाता तो परसाभाटा विकास समिति द्वारा पूर्ण रूप से राखड एवं कोयले की गाड़ियों को बंद कर आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं बालको प्रबंधन की होगी।
निम्न बिंदुओं पर पूर्व में बनी सहमति को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए
1) परसाभाटा बाजार चौक से बजरंग चौक तक सड़क निर्माण एवं चौड़ीकरण का कार्य तत्काल चालू किए जाने पर सहमति बनी थी जोकि आज तक अपूर्ण है तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए।
2) सड़कों की सफाई हेतु प्रत्येक दिवस चार व्यक्तियों की टीम आवश्यक संसाधन के साथ उपलब्ध कराना था जोकि नहीं की जा रही जिसे तत्काल चालू करवाया जाए।
3) राखड गाड़ियों को पूर्णतः ढककर एवं ओवरलोडिंग पूर्णता बंद करने की बात कही गई थी जो कि आज तक अपूर्ण है जिसे तत्काल लागू किया जाए।
4) राखड़ एवं कोयले की गाड़ियों के परिवहन हेतु वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने की बात कही गई थी जोकि आज तक उस क्षेत्र में कोई भी कार्य नहीं किया गया जिसे तत्काल संज्ञान में लेकर वैकल्पिक मार्ग निर्माण तत्काल चालू किया जाए।
5) यातायात एवं गाड़ियों की स्पीड कंट्रोल हेतु तीनों शिफ्ट में गार्ड की नियुक्ति की जानी थी जोकि सिर्फ दो दिवस तक ही दिखाई पड़ा उसके उपरांत पुनः बंद कर दिया गया जिसे तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए एवं निरंतर चालू रखा जाए।
6) प्रतिदिन स्कूल के समय सुबह 7:00 से 9:00 बजे तक एवं बाजार के दिनों में मंगलवार एवं शुक्रवार को नो एंट्री शाम में 5:00 से 8:00 तक लगाने की बात कही गई थी जो आज तक अपूर्ण है तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
Recent Comments