नई दिल्ली (पब्लिक फोरम)। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (AIPWA) ने बयान जारी कर कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबानी शासन शुरू होने के साथ पहले हायर सेकेंडरी स्कूलों में लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अब कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी छात्राओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है। महिला शिक्षिकाओं को भी काम पर आने से मना कर दिया गया है. हम अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा पर रोक लगाने का विरोध करते हैं।
भारत सरकार अफगानिस्तान में जनहित के कार्यों को जारी रखने के नाम पर काबुल से अपना कूटनीतिक संबंध तो बनाए रख रही है लेकिन अफगानी छात्र-छात्राओं को विगत एक वर्ष से वीजा नहीं दे रही है। भारत में 2021 में 3000 से अधिक अफगानी छात्र पढ़ते थे (इनमें लड़कियों की अच्छी संख्या है) और तालिबानी शासन से पहले अपने घर गए थे उन्हें वापस लौटने के लिए पिछले एक वर्ष से अधिक समय से लगातार प्रयास और छात्रों के बारंबार अपील के बावजूद भारत सरकार वीजा नहीं दे रही है। भारत सरकार न केवल पहले से पढ़ रहे छात्रों को वीजा दे बल्कि जो भी छात्र खास तौर पर लड़कियां भारत में पढ़ना चाहती हैं, उन्हें विशेष रियायत दी जाए।
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