विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की पोस्टिंग से विद्यार्थियों में उत्साह, पठन-पाठन में आयी तेजी
29 एकल शिक्षकीय स्कूलों में हुई अध्यापकों की हुई पदस्थापना
रायगढ़(पब्लिक फोरम) । युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया ने उन स्कूलों के विद्यार्थियों का इंतजार खत्म कर दिया है, जो लंबे समय से विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी से जूझ रहे थे। खरसिया विकासखंड के तीन ऐसे हाई और हॉयर सेकेंडरी स्कूल हैं जहां युक्तियुक्तकरण के बाद 11 विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की पोस्टिंग हुई हैं। इनमें शा. हाई स्कूल पामगढ़ में 3 व्याख्याता क्रमश: हिंदी, अर्थशास्त्र और संस्कृत के पदस्थ हुए हैं। इसी प्रकार हाई स्कूल छोटे मुड़पार में गणित, भूगोल और संस्कृत के व्याख्याता पदस्थ किए गए हैं। वहीं नगर पालिका शा.उ.मा.वि.खरसिया में इतिहास, हिंदी, गणित, अंग्रेजी और जीवविज्ञान के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को पदस्थापना मिली है।
सब्जेक्ट टीचर्स आने से इन स्कूलों के विद्यार्थियों में भी खासा उत्साह है। पढ़ाई लिखाई में तेजी आई है। विज्ञान संकाय से जुड़े विषयों में विशेषज्ञ शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। छात्रों के कांसेप्ट क्लियर करना और उनकी शंकाओं का समाधान कोर्स वर्क का महत्वपूर्ण भाग है। यह न केवल विद्यार्थियों को उनके परीक्षा परिणामों को सुधारने में सहायक होगा, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिहाज से भी उनकी बुनियाद मजबूत करता है। अब गणित के सवाल, जीवविज्ञान के कांसेप्ट या अर्थशास्त्र की थ्योरीज छात्रों को परेशान नहीं करेगी, छात्रों की शंका दूर करने शिक्षकों की तैनाती की जा चुकी है। विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव का असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा था, जिसे युक्तियुक्तकरण के माध्यम से दूर करने का काम किया गया है।
इसी तरह कई स्कूल जो एकल शिक्षकीय हो गए थे वहां भी अध्यापकों की पोस्टिंग की जा चुकी है। खरसिया विकासखंड के ऐसे 29 एकल शिक्षकीय शालाओं में शिक्षकों की तैनाती की गई है। अब नए सत्र की शुरुआत से शिक्षकों की पदस्थापना के साथ इन स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई रफ्तार पकड़ चुकी है। इन स्कूल के छात्रों में भी उत्साह का संचार दिखता है। नियमित रूप से कक्षाएं लगने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ी है। शालाओं का संचालन बेहतर हुआ है। पालकों में भी संतुष्टि है कि उनके बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल रहा है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से खरसिया सहित जिले के ऐसे विद्यालय जहाँ वर्षों से शिक्षकों की कमी थी वहां शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शासन की इस पहल पर विद्यार्थियों के साथ साथ उनके पालकों ने भी खुशी जाहिर की है।
अब गणित के सवाल, जीवविज्ञान के कांसेप्ट और अर्थशास्त्र की थ्योरीज समझने में होगी आसानी खरसिया ब्लॉक में 3 स्कूलों को युक्तियुक्तकरण से मिले 11 व्याख्याता
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