कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी कर्मियों को 16 सितम्बर तक अनिवार्य रूप से कार्यस्थल पर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। सीएमएचओ कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि उपस्थिति सुनिश्चित नहीं करने वाले कर्मचारियों पर सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के संविदा कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 18 अगस्त 2025 से हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कार्यकारिणी समिति ने 13 सितम्बर 2025 को कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे।
इन निर्णयों में—
दुर्घटना अवकाश के 30 दिन अवैतनिक अवकाश को सवैतनिक अवकाश के रूप में स्वीकृति।
वार्षिक कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता और प्रतिकूल टिप्पणी की स्थिति में सुधार हेतु अवसर प्रदान करना।
संविदा कर्मचारियों को जुलाई 2023 की स्थिति के आधार पर 5 प्रतिशत अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने की सहमति (वित्त विभाग से स्वीकृति उपरांत लागू)।
समस्त संविदा मानव संसाधन को स्वास्थ्य बीमा सुविधा प्रदान करने की प्रक्रिया प्रारंभ।
ग्रेड पे, अनुकंपा नियुक्ति व अन्य मानव संसाधन मुद्दों पर विचार हेतु 7 सदस्यीय राज्य स्तरीय समिति का गठन।
स्थानांतरण नीति में आवश्यक बदलाव पर विचार का प्रावधान।
इसके बावजूद हड़तालरत कर्मचारी कार्य पर वापस नहीं लौटे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता को देखते हुए सीएमएचओ कार्यालय ने 28 अगस्त 2025 को भी नोटिस जारी कर उपस्थिति सुनिश्चित करने की चेतावनी दी थी।
अब पुनः निर्देश जारी करते हुए सीएमएचओ ने कहा है कि 16 सितम्बर 2025 तक कार्यालयीन समय में उपस्थिति नहीं देने वाले कर्मचारियों की सेवा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मानव संसाधन नीति 2018 के खंड 34.2 के तहत समाप्त कर दी जाएगी। साथ ही, रिक्त पदों पर नियमानुसार नई नियुक्तियां की जाएंगी।
सीएमएचओ ने अपील की है कि एनएचएम के सभी अधिकारी और कर्मचारी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व को ध्यान में रखते हुए समय पर कार्यस्थल पर लौटकर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।
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