शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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मूल निवासी संघ का राष्ट्रीय महाधिवेशन: सामाजिक मुद्दों पर मंथन और सांस्कृतिक पहचान की प्रस्तुति!

छत्तीसगढ़/कोरबा (पब्लिक फोरम)। मूल निवासी संघ द्वारा आगामी 12 और 13 अक्टूबर को नागपुर के इंदोरा मैदान में राष्ट्रीय महाधिवेशन और पथ संचालन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्देश्य मूल निवासियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सांस्कृतिक पहचान से जुड़े मुद्दों पर व्यापक चर्चा करना है।

पहला दिन – 12 अक्टूबर
कार्यक्रम का शुभारंभ 12 तारीख को प्रातः 10 बजे से पथ संचालन और गण सभा प्रबोधन के साथ होगा। इस सत्र के उद्घाटक सतीश पेंदाम (राष्ट्रीय संघटक, बिरसा ब्रिगेड, नागपुर) होंगे। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंजीनियर आर.एल. ध्रुव (राष्ट्रीय अध्यक्ष, बामसेफ, नई दिल्ली) करेंगे। वक्ताओं में बी.डी. बोरकर, दयाराम, पुष्पराज दहीवाले, पंकज कुमार रवि, अमोल वज्जी और सुनील शामिल होंगे।
उद्घाटन सत्र शाम 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक आयोजित होगा। इस सत्र का संचालन हनीफ हंस लोद (राष्ट्रीय महासचिव, मूल निवासी संघ) करेंगे और प्रस्तावना अंकुश बनसोडे (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, मूल निवासी संघ) देंगे। इस सत्र में जावेद पाशा (अध्यक्ष, भारतीय मुस्लिम परिषद, नागपुर) उद्घाटन करेंगे, जबकि सुरेश कोथ (राज्य अध्यक्ष, भारतीय किसान मजदूर यूनियन, हरियाणा) मुख्य अतिथि होंगे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में डॉक्टर डी.सी. दास और इंजीनियर आर.एल. ध्रुव शामिल होंगे।
रात्रि 8 बजे से 9 बजे तक भोजनावकाश के बाद मूल निवासी कला एवं सभ्यता का प्रदर्शन होगा, जिसका संचालन संधीर बौद्ध (राष्ट्रीय कार्यालय सचिव, मूल निवासी संघ) करेंगे। इस प्रदर्शन में देशभर से आए मूल निवासी कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

दूसरा दिन – 13 अक्टूबर
13 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से 11:30 बजे तक समस्या समाधान सत्र आयोजित होगा, जिसमें निजीकरण से प्रभावित शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बदहाली पर चर्चा होगी। इस सत्र का संचालन योगेश साहू (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, मूल निवासी संघ) करेंगे और वक्ताओं में सोनाली कण्हेकर, रामेश्वर सिंह ठाकुर, आदित्य प्रधान और दयाराम शामिल होंगे।
इसके बाद प्रातः 11:30 से 1 बजे तक पहचान सम्मान सत्र आयोजित होगा, जिसमें जातिगत जनगणना और मूल निवासी पहचान पर मंथन होगा। इस सत्र का संचालन बी. सोंधिया (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, मूल निवासी संघ) करेंगे और वक्ताओं में के. तिलक कुमार, डॉ. राजेंद्र कुमार और नरेंद्र सिंह गौतम शामिल होंगे।
अंतिम सत्र प्रतिनिधि पुकार सत्र के रूप में सायं 2 बजे से 3:30 बजे तक आयोजित होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों में मूल निवासियों की स्थानीय समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की जाएगी।
समापन पत्र सत्र सायं 3:30 से 5:00 बजे तक होगा, जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामलाल और अन्य राष्ट्रीय कार्यकर्ता भाग लेंगे। इस सत्र की अध्यक्षता एडवोकेट पंकज कुमार रवि (राष्ट्रीय अध्यक्ष, मूल निवासी संघ) करेंगे। समापन धन्यवाद ज्ञापन अजय पसीने (राज्य अध्यक्ष, मूल निवासी संघ, महाराष्ट्र) द्वारा दिया जाएगा।

यह राष्ट्रीय महाधिवेशन, मूल निवासियों के अधिकारों, उनकी पहचान और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को गंभीरता से समझने और समाधान निकालने का एक महत्वपूर्ण मंच है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर विशेष चर्चा यह स्पष्ट करती है कि मूल निवासी संघ केवल सांस्कृतिक पहचान तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए व्यापक दृष्टिकोण रखता है।

कार्यक्रम की संरचना और वक्ताओं की विविधता दर्शाती है कि संघ ने विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सभी पक्षों से विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है। इस तरह के आयोजन समाज को जागरूक करने और उन्हें एकजुट करने में अहम भूमिका निभाते हैं, खासकर जब मुद्दे निजीकरण और जातिगत जनगणना जैसे होते हैं, जिनका सीधा असर मूल निवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर पड़ता है।
यह महाधिवेशन मूल निवासियों के लिए न केवल एक विचार-मंच होगा, बल्कि उनके अधिकारों और समस्याओं के समाधान की दिशा में एक ठोस कदम भी साबित हो सकता है।

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