बालकोनगर (पब्लिक फोरम)। नृत्यधाम कला समिति के तत्वावधान में भिलाई, जिला दुर्ग में 13 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक आयोजित ‘देशराग’ संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता में एमजीएम विद्यालय बालको ने अपनी खास पहचान बनाई है। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसमें एमजीएम विद्यालय बालको की भी भागीदारी उल्लेखनीय रही।
विद्यालय की नृत्य शिक्षिका रूमा बैरागी के मार्गदर्शन में छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में जूनियर ग्रुप कथक नृत्य में प्रेरणा कमलेश ने द्वितीय स्थान हासिल किया, जो विद्यालय के लिए गर्व का क्षण था। इसके साथ ही, सीनियर ग्रुप में नृत्य शिक्षिका रूमा बैरागी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर ‘बेस्ट गुरु’ के पुरस्कार से सम्मानित होकर विद्यालय को गौरवान्वित किया।

इस अद्वितीय उपलब्धि पर एमजीएम विद्यालय के प्राचार्य फादर जोसेफ सन्नी जॉन ने रूमा बैरागी और छात्रों को बधाई दी, साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस सम्मान ने पूरे विद्यालय परिवार को गर्वित कर दिया है, जो इस तरह की उपलब्धियों के माध्यम से लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है।
यह खबर स्थानीय स्कूल की प्रतिष्ठा और शैक्षिक उपलब्धियों की ओर ध्यान आकर्षित करती है। नृत्य जैसे सांस्कृतिक क्षेत्र में बच्चों का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होना न केवल विद्यालय के लिए बल्कि पूरे शहर के लिए गौरव की बात है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि एमजीएम विद्यालय बालको न केवल शैक्षिक क्षेत्र में बल्कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी नए मानदंड स्थापित कर रहा है। इस तरह की खबरें समाज में बच्चों और शिक्षकों के योगदान को सराहने और प्रेरणा देने का कार्य करती हैं।
रूमा बैरागी को ‘बेस्ट गुरु’ का सम्मान मिलना शिक्षकों के परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है, और प्रेरणा कमलेश की जीत युवा पीढ़ी को उनके कला और सांस्कृतिक विकास के प्रति प्रेरित करती है।
Recent Comments