कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के हसदेव ताप विद्युत संयंत्र (एचटीपीपी) में शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे भीषण आग लग गई। आग ने स्विच यार्ड में मौजूद ट्रांसफार्मर को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे संयंत्र की 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट-3 और यूनिट-4 का उत्पादन ठप हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि 2 से 3 अन्य ट्रांसफार्मर भी इसकी चपेट में आ गए। फायर ब्रिगेड की टीम पिछले तीन घंटे से आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आई है। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि आसपास से गुजरने वाले लोग रुककर देखने लगे, जबकि गहरे काले धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था।
इस पावर प्लांट में 210 मेगावाट की चार और 500 मेगावाट की एक यूनिट संचालित होती है। वर्तमान में गर्मी के कारण बिजली की मांग पहले से ही अधिक है, ऐसे में इस हादसे ने चिंता बढ़ा दी है। उत्पादन ठप होने से प्रदेश में बिजली संकट गहराने की आशंका जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, यह ट्रांसफार्मर संयंत्र में उत्पन्न बिजली को उपयुक्त करेंट में बदलकर ग्रिड तक पहुंचाने का कार्य करता था। इसके क्षतिग्रस्त होने से न केवल उत्पादन प्रभावित हुआ है, बल्कि करोड़ों रुपए का नुकसान भी हुआ है। प्रारंभिक जांच में प्लांट के रखरखाव में लापरवाही को इस दुर्घटना का संभावित कारण बताया जा रहा है।
घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद प्लांट प्रबंधन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। स्थानीय लोगों और कर्मचारियों में इसको लेकर आक्रोश है। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन और ऊर्जा विभाग इस घटना पर क्या कदम उठाएंगे।
Recent Comments