भिलाईनगर (पब्लिक फोरम)। ऑल इंडिया स्टूडेंटस एसोसिएशन (आइसा) भिलाई द्वारा 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु की 92 वीं शहादत दिवस के अवसर पर भिलाई, सेक्टर 06, जुबली पार्क में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय भगत सिंह की शहादत और हमारा समय था।
कार्यक्रम की शुरुआत भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण से हुई और शहीदों को एक मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। गोष्ठी में क्रांतिकारी कवि अवतार सिंह पाश की 35 वीं शहादत दिवस को भी याद किया गया। गोष्ठी का संचालन बृजेन्द्र तिवारी ने किया।
गोष्ठी में जन संस्कृति मंच से वासुकी प्रसाद उन्मत व आइसा से डॉ.दीक्षित भीमगढ़े ने कविता पाठ किया। गोष्ठी में आदित्य, फैजान, उमंग तिवारी आदि लोगों ने अपने विचार रखे।
गोष्ठी में देवानंद चौहान, आर पी गजेंद्र, सनी कुमार साहू, किशन यादव, ए बी सिंह, अशोक मिरी, पवन दीनानाथ प्रसाद, किशन झा, आर पी चौधरी, संतोष जोशी, मनीष, आदित्य, नारद राम निषाद, घनश्याम त्रिपाठी आदि लोगों ने मुख्य रूप से भाग लिया।
गोष्ठी में मांग किया गया कि भगत सिंह को की सभी रचनाएं एवं लेख सरकार द्वारा ठीक उसी तरह से छपवाया और उससे संबंधित प्रकाशनों का पृथक समिति द्वारा संचालन करवाया जाए और उनके लेखों को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए, नई शिक्षा नीति 2020 को रद्द किया जाए, शिक्षा के निजीकरण पर रोक लगाई जाए, स्कूलों कॉलेजों के लिए सिटी बस चलाई जाए, बेरोजगारी पर रोक लगाई जाय। भगत सिंह को राष्ट्र नायक घोषित किया जाए।
गोष्ठी में भगतसिंह के लेखों मैं नास्तिक क्यों हूं, अछूत समस्या, सांप्रदायिक दंगे और उसका इलाज, जेल डायरी इत्यादि की चर्चा की गई।
गोष्ठी में मोदी सरकार द्वारा आजादी,लोकतंत्र व संविधान पर किए जा रहे हमले तथा साम्प्रदायिक कारपोरेट राज और नफरत के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करने की अपील की गई.गोष्ठी में शहीद भगतसिंह और बाबा साहब अम्बेडकर के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया.फासीवाद व कारपोरेट लूट के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करने का आह्वान किया गया।
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