मातृभूमि की रक्षा में निडर योद्धा ने गंवाई अपनी जान, छत्तीसगढ़ पुलिस का सिर गर्व से ऊंचा
सुकमा, छत्तीसगढ़ (पब्लिक फोरम)। आज का दिन छत्तीसगढ़ पुलिस और पूरे राष्ट्र के लिए एक काला दिन साबित हुआ है। सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED की चपेट में आने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए। यह वही वीर सपूत था जिसने अपनी मातृभूमि की सेवा को अपना धर्म माना और अंततः उसी सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया।
घटना का विवरण: वीरता की अंतिम कहानी
सोमवार की सुबह कोंटा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा गांव के करीब प्रेशर IED में हुए विस्फोट की चपेट में आकर एएसपी गिरीपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए। यह वही मार्ग है जहां पुलिस बल नियमित रूप से क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गश्त करती है। नक्सलियों ने अपनी कायरतापूर्ण रणनीति के तहत इस मार्ग पर प्रेशर बम बिछाया था, जो पुलिस दल के आने पर विस्फोट हो गया।
घायल एएसपी गिरीपुंजे को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की। लेकिन उनकी चोटें इतनी गंभीर थीं कि इलाज के दौरान ही उन्होंने अपना अंतिम सांस ली। एक वीर योद्धा का इस तरह चले जाना न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
अन्य घायल वीर सिपाही
इस कायरतापूर्ण हमले में एएसपी गिरीपुंजे के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं। घायलों में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी (TI) सोनल गवला शामिल हैं। इन वीर सिपाहियों को बेहतर इलाज के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र में एयरलिफ्ट किया जा रहा है। उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर पूरा राज्य चिंतित है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।
शोक में डूबा छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ शासन, पुलिस मुख्यालय, समस्त नागरिक एवं पुलिस परिवार इस शोक की घड़ी में शहीद आकाश राव गिरपुंजे के परिजनों के साथ दृढ़ता से खड़ा है। शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार एवं गार्ड ऑफ ऑनर के लिए रायपुर लाया जा रहा है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने ASP आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
एक वीर की विरासत
एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे का नाम अब उन अमर शहीदों की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौती
यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि नक्सलवाद आज भी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है। सुकमा जैसे जिले, जहां पुलिस बल हमेशा अपनी जान हथेली पर रखकर सेवा करता है, वहां ऐसी घटनाएं न सिर्फ दुखद हैं बल्कि पूरी व्यवस्था के मनोबल को भी प्रभावित करती हैं।
हालांकि, एएसपी गिरीपुंजे जैसे वीर सपूतों का बलिदान हमें यह संदेश देता है कि कोई भी आतंकी ताकत हमारे पुलिस बल के साहस और समर्पण को कम नहीं कर सकती। उनकी शहादत राष्ट्र के लिए एक अमूल्य धरोहर है।

एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। उनका बलिदान राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। घायल अधिकारियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, हम सभी मिलकर नक्सलवाद के खिलाफ इस लड़ाई में अपने वीर सिपाहियों के साथ खड़े हैं।
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