कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के अध्यक्ष, संतोष शर्मा के मार्गदर्शन में कोरबा में वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर सुश्री डिंपल, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा की देखरेख में बालकोनगर के अनुभव भवन में संपन्न हुआ।
शिविर में हेल्प एज इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक अजय सिंह और लायंस क्लब के भूतपूर्व गवर्नर लायन एम.डी. मखीजा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा की सचिव, सुश्री डिंपल ने अपने संबोधन में वरिष्ठ नागरिकों और आम जनता से आग्रह किया कि वे किसी भी कानूनी जानकारी या समस्या के समाधान के लिए प्राधिकरण से संपर्क करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क कानूनी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। सुश्री डिंपल ने विशेष रूप से वरिष्ठजनों के अधिकारों, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007, और संपत्ति के अधिकार से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
लायन एम.डी. मखीजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि अन्याय सहना भी दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है और हर व्यक्ति को दुर्व्यवहार का खुलकर विरोध करना चाहिए। हेल्प एज इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक, अजय सिंह ने बताया कि उनकी संस्था वरिष्ठजनों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती है। उनके सहयोगी, मुकेश ने डिजिटल जागरूकता कार्यशाला में वरिष्ठजनों को मोबाइल के उपयोग और उससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में विस्तार से बताया।
यह शिविर वरिष्ठ नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें एक सम्मानजनक तथा सुरक्षित जीवन जीने में सहायता प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास था।
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