भिलाईनगर। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ 14 मार्च 2024 को देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया। और ज्ञापन सौंपा गया। छत्तीसगढ़ में भी वामपंथी पार्टियों भाकपा तथा भाकपा (माले) लिबरेशन तथा अन्य संगठन के द्वारा आज प्रदर्शन के माध्यम से एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति, भारत गणराज्य के नाम थाना प्रभारी, कोतवाली भिलाई नगर दुर्ग, छत्तीसगढ़ को सौंपा गया।
वामपंथी संगठनों ने अपने ज्ञापन में मांग किया गया है कि अन्यायपूर्ण, असंवैधानिक, विभाजनकारी व भेदभावपूर्ण नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) की अधिसूचना 2024 को वापस लिया जाय। सीएए, एन आर सी व एनपीआर को रद्द किया जाय, सांप्रदायिक विभाजन पर रोक लगायी जाय।

प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि दिसंबर 2019 में पास किए गए भेदभावकारी और विभाजनकारी, अन्यायपूर्ण नागरिक संशोधन कानून को लागू करने वाली नियमावली की अधिसूचना 2024 चुनाव की अधिसूचना आने से ठीक पहले जारी करना एक राजनीतिक साजिश का संकेत है। सीएए नागरिकों को धर्म की आधार पर बांटने के मकसद से लाया गया है। वक्ताओं ने आम लोगों से अपील की है कि सीएए के विरुद्ध समान नागरिकता आंदोलन के साथ हमें एकजुट रहना होगा ताकि जनता को बांटने व आगामी चुनाव में फासिस्ट ताकतों को शिकस्त देने में जनता का ध्यान हटाने की मोदी सरकार और भाजपा की साजिश को नाकामयाब कर दें।
प्रदर्शन में आदिवासी मातृ शक्ति संगठन, प्रगतिशील लेखक संघ, ऐक्टू, एटक, लोइमू आदि संगठनों के साथियों ने भी हिस्सा लिया। प्रदर्शन में, देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता जाहिर की गई।
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