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सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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कोरबा पुलिस का बड़ा खुलासा: फर्जी सिम रैकेट का पर्दाफाश, साइबर अपराध में थे इस्तेमाल

2,000 से अधिक फर्जी सिम बेचकर साइबर अपराधियों को पहुंचा रहे थे मदद, 8 आरोपी गिरफ्तार

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में फर्जी तरीके से मोबाइल सिम कार्ड जारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो फर्जी सिम कार्ड बनाकर साइबर अपराधियों को बेचते थे।

पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर साइबर प्रभारी रविंद्र कुमार मीणा और सीएसपी दर्री विमल कुमार पाठक के नेतृत्व में कटघोरा थाना प्रभारी धर्म नारायण तिवारी की टीम ने यह कार्रवाई की। जांच के दौरान कटघोरा थाना क्षेत्र के छुरी, धवईपुर, डुडगा, कटघोरा सहित अन्य स्थानों से आरोपियों को पकड़ा गया।

चौंकाने वाली पद्धति का खुलासा
जांच में सामने आया कि आरोपी एक ही व्यक्ति के फिंगरप्रिंट को धोखे से तीन-चार बार स्कैन करके कई सिम कार्ड जारी कर लेते थे। इसके लिए वे फिंगर स्कैनर का इस्तेमाल करते थे। इन फर्जी सिम कार्डों को मोटी रकम लेकर बेचा जाता था, जिनका उपयोग साइबर अपराधों को अंजाम देने में किया जाता था।

प्रारंभिक जांच में करीब 2,000 फर्जी सिम जारी करके बेचे जाने की जानकारी सामने आई है।

पकड़े गए आरोपी और बरामदगी
पुलिस ने आठ आरोपियों – आर्यन डिक्सेना, नंद किशोर डिक्सेना, धीरेंद्र यादव, शिवम श्रीवास, नरेश यादव, प्रयाग डिक्सेना, चित्रांश अनंत और प्रदीप यादव को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, 1 फिंगर स्कैनर और 53 ब्लैंक मोबाइल सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 336(3), 340(2), 316(5), 3(5) BNS एवं 66(C) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया है।

नागरिकों से सुरक्षा की अपील
कोरबा पुलिस ने आम जनता से निम्न सावधानियां बरतने की अपील की है:

– अपने आधार कार्ड और फिंगरप्रिंट को किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या अनधिकृत मोबाइल सिम विक्रेता को न दें।
– यदि कोई आपसे आधार कार्ड या बायोमेट्रिक डेटा लेकर मोबाइल सिम जारी करने की कोशिश करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
– सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को दें।

पुलिस का कहना है कि फर्जी मोबाइल सिम का उपयोग साइबर अपराधों में किया जाता है, जिससे आम नागरिक ठगी का शिकार हो सकते हैं। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में कटघोरा पुलिस और साइबर सेल की टीम की सराहनीय भूमिका रही है।

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