कोरबा (पब्लिक फोरम)। नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जीवाड़े का एक और मामला उजागर हुआ है। ALL SERVICE GLOBAL PVT. LTD. नामक प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारियों द्वारा लोगों को ठगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं से न केवल पीड़ितों को आर्थिक नुकसान हुआ है, बल्कि सरकारी खजाने को भी चूना लगाया जा रहा है।
क्या है कहानी?
कोरबा जिले में देशी-विदेशी शराब दुकानों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी का नया मामला सामने आया है। ठगी के शिकार मयंक देवांगन, निवासी पुरानी बस्ती, कोरबा ने सिविल लाइंस थाने में आवेदन देकर इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया। मयंक ने बताया कि 6 अगस्त 2024 को दिनेश यादव नामक व्यक्ति ने फोन कर ALL SERVICE GLOBAL PVT. LTD. में सेल्समैन और सुपरवाइजर के पदों पर भर्ती की बात कही।
ठगी का पूरा खेल
मयंक से कहा गया कि नौकरी के लिए कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे। इसके लिए 100 रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र बनवाने और जरूरी दस्तावेजों की प्रतियां जमा कराने के साथ फॉर्म भरवाया गया। उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि दो दिन में जॉइनिंग लेटर मिल जाएगा और 30,000 रुपये मासिक वेतन तय किया गया।
इसके बाद कंपनी के कर्मचारी दिनेश यादव, भरत राव, और जितेंद्र ने मयंक से 90,000 रुपये की मांग की। यह रकम उन्होंने नकद में दे दी। हालांकि, न तो जॉइनिंग लेटर आया और न ही कोई नौकरी मिली। बाद में जब मयंक को मोबाइल पर संदेश मिला कि ये तीनों व्यक्ति कंपनी के कर्मचारी नहीं हैं, तो उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। मयंक ने पुलिस को बताया कि उनके पास ठगों के साथ हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग भी मौजूद है।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
यह मामला ठगी और फर्जीवाड़े तक ही सीमित नहीं है। इससे पहले भी प्लेसमेंट कंपनियों पर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगते रहे हैं। शराब दुकानों में सिर्फ हाजिरी लगवाकर वेतन निकालने और उसमें से हिस्सा बांटने का आरोप इन कंपनियों पर है। इसके बावजूद आबकारी विभाग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
1. प्रभावित व्यक्तियों की सुरक्षा: इस तरह के मामलों में पीड़ितों को तुरंत न्याय मिलना चाहिए। ठगों के खिलाफ समय पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होना आवश्यक है।
2. प्लेसमेंट कंपनियों पर निगरानी: सरकार को ऐसी कंपनियों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए जो नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगती हैं।
3. जागरूकता अभियान: लोगों को ऐसी धोखाधड़ी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है।
आखिर कब दिखेगी न्याय की रोशनी?
इस मामले ने दिखा दिया है कि बेरोजगारी और आर्थिक असुरक्षा का फायदा उठाकर किस तरह ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं। प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए त्वरित कार्रवाई जरूरी है।
जिम्मेदारों पर कार्रवाई और पीड़ितों की मदद ही न्याय के प्रति समाज का विश्वास बनाए रख सकती है।
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