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शनिवार, जुलाई 26, 2025
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कोरबा कलेक्टर का निर्देश: हर उद्योग प्रतिवर्ष IT कॉलेज के 10 छात्रों को दे रोजगार, बालको से 2 करोड़ की सहायता

आईटी कॉलेज कोरबा के संचालन में औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सक्रिय भागीदारी जरूरी: कलेक्टर अजीत वसंत

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा के कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में मंगलवार को इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईटी) कोरबा के सुचारू एवं निर्बाध संचालन हेतु जिले के प्रमुख औद्योगिक प्रतिष्ठानों की एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर कलेक्टर मनोज बंजारे सहित एनटीपीसी, सीएसईबी, बालको, एसईसीएल कोरबा, अडानी इंडस्ट्रीज एवं आईटी कॉलेज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य संस्थान की वर्तमान वित्तीय स्थिति, चुनौतियों, संचालन संबंधी आवश्यकताओं एवं भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तार से विचार-विमर्श करना था।
कलेक्टर श्री वसंत ने स्पष्ट कहा कि आईटी कॉलेज गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है, जिससे संस्थान के नियमित संचालन, कर्मचारियों के वेतन भुगतान और अन्य बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने में मुश्किलें आ रही हैं। उन्होंने जिले के सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों को निर्देशित किया कि वे इस संकट से उबारने में सक्रिय व प्रत्यक्ष भूमिका निभाएं।

बालको को 2 करोड़ की अनुदान सहायता देने के निर्देश

कलेक्टर ने बालको प्रबंधन को चालू वित्तीय वर्ष में संस्थान को न्यूनतम दो करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए बालको को अपने बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित कर स्वीकृति प्राप्त करनी होगी। अन्य सभी उद्योगों को भी निर्देशित किया गया कि वे आईटी कोरबा के संचालन में प्रत्यक्ष सहयोग करें।

कलेक्टर वसंत ने यह भी कहा कि यदि कोई औद्योगिक प्रतिष्ठान आईटी कॉलेज के संचालन में औपचारिक रूप से भागीदारी करना चाहता है, तो वह स्वीकृति पत्र के माध्यम से अपनी रुचि दर्ज करा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने रोजगारोन्मुखी डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए भी उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

हर औद्योगिक प्रतिष्ठान को 10 छात्रों को रोजगार देने के निर्देश

कलेक्टर ने सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों को निर्देशित किया कि वे हर वर्ष आईटी कॉलेज कोरबा से पढ़ाई पूरी करने वाले कम से कम 10 छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करें। उन्होंने सभी संस्थानों को अपने-अपने बोर्ड की बैठक में इस एजेंडा को शामिल कर सकारात्मक निर्णय लेने के निर्देश भी दिए।

उद्योग और शिक्षा के समन्वय से होगा क्षेत्रीय विकास

कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि तकनीकी शिक्षा और उद्योगों के बीच समन्वय से न केवल शिक्षण संस्थानों की मजबूती सुनिश्चित होगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि उद्योगों का सामाजिक उत्तरदायित्व केवल सीएसआर तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें शिक्षा संस्थानों के दीर्घकालिक विकास में भी भागीदार बनना चाहिए।

आईटी कॉलेज कोरबा के संचालन को स्थायित्व देने और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में यह पहल मील का पत्थर साबित हो सकती है। कलेक्टर द्वारा दिए गए स्पष्ट दिशा-निर्देश न केवल औद्योगिक प्रतिष्ठानों की जिम्मेदारी तय करते हैं, बल्कि तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता व रोजगार सृजन को भी मजबूती प्रदान करेंगे।

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