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शुक्रवार, सितम्बर 12, 2025
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कोरबा: आदिवासी किसान से मारपीट और जबरन वसूली के मामले में भाजपा नेत्री के खिलाफ केस दर्ज

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा जिले के बांकीमोंगरा थाना परिसर में एक गरीब किसान के साथ मारपीट और जबरन वसूली का मामला सामने आया है। इस घटना में भाजपा नेत्री ज्योति महंत सहित कई लोग शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

थाना परिसर में ही हुई थी मारपीट, SP ने तत्काल की कार्रवाई

घटना का विवरण: बैल खरीदने गए किसान के साथ क्या हुआ?
7 जून 2025 की शाम का यह मामला ग्राम बरेडीमुडा निवासी 40 वर्षीय किसान बलवान सिंह कंवर से जुड़ा है। बलवान अपने भाई चंद्रशेखर कंवर और मामा रंजीत कंवर के साथ हरदीबजार से बैल खरीदने गया था। एक जोड़ी बैल खरीदने के बाद जब वे घर लौट रहे थे, तो बांकीमोंगरा रावणभाटा के पास एक अप्रत्याशित घटना हुई।

बलवान की रिपोर्ट के मुताबिक, वह अपनी मोटरसाइकिल से आगे-आगे आ रहा था जबकि उसके भाई और मामा बैलों को खदेड़ते हुए पैदल आ रहे थे। तभी अचानक ज्योति महंत, अमन सिंह राजपूत, मुकेश राणा और उनके साथियों ने उसे रोक दिया।

थाना परिसर में हुई मारपीट: एक चौंकाने वाली घटना
घटना का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि मारपीट सिर्फ सड़क पर ही नहीं बल्कि थाना परिसर में भी हुई। बलवान के अनुसार, आरोपियों ने पहले उसे गालियां दीं और मारपीट की। ज्योति महंत ने कार से उतरकर उसे अपशब्द कहे और धमकी दी कि “तेरे बाप का रोड है क्या रे गवार, तेरे जैसे दस लोगों को गंगा नहला चुकी हूं।”

इसके बाद पुलिस का डर दिखाकर उसे तीन-चार मोटरसाइकिलों में घेरकर थाने ले आए। यहां तक कि थाना परिसर में भी उसे लात-जूतों से मारा गया। आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए कहा, “देख लिया हमारी पहुंच, जब हम थाना परिसर में मार सकते हैं तो सोच हम क्या-क्या कर सकते हैं।”

जबरन वसूली: गरीब किसान से मांगे गए 20,000 रुपए
मामला यहीं नहीं रुका। आरोपियों ने बलवान से 20,000 रुपए की मांग की और धमकी दी कि अगर वह पैसे नहीं देगा तो उस पर झूठा मुकदमा लगाकर जेल भेज देंगे। गरीब किसान बलवान के पास इतने पैसे नहीं थे। अपनी जान बचाने के लिए उसने अपने रिश्तेदार चंद्रशेखर कंवर से 4,500 रुपए मांगे, जो पेट्रोल टंकी के पास आरोपियों को दिए गए। इसके बाद कहीं जाकर उसे छोड़ा गया।

पुलिस अधीक्षक की सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया। 8 जून रविवार को बलवान की लिखित शिकायत के आधार पर आरोपी ज्योति महंत, अमन कुमार राजपूत, मुकेश राणा और साथियों के खिलाफ धारा 296, 115 (2), 140 (3), 308 (2) तथा 3(5) BNS के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।

न्याय की उम्मीद: कानून सबके लिए बराबर
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि न्याय व्यवस्था में किसी भी व्यक्ति की राजनीतिक पहुंच या सामाजिक स्थिति कानून से बड़ी नहीं है। पुलिस अधीक्षक की तत्काल कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि गरीब किसान हो या कोई नेता, सभी के लिए कानून एक समान है।

यह घटना एक गंभीर चेतावनी है। जब सत्ता में बैठे लोग अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं, तो यह न केवल न्याय व्यवस्था पर प्रश्न खड़े करता है बल्कि आम जनता के मन में भी डर पैदा करता है। बलवान जैसे गरीब किसान की हिम्मत और न्याय व्यवस्था के तत्काल प्रभावी होने से उम्मीद जगती है कि न्याय मिलेगा।

फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की दिशा में काम कर रही है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि चाहे कोई भी व्यक्ति हो, यदि वह कानून का उल्लंघन करता है तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए।

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