भिलाईनगर (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। इस घटना पर भाकपा (माले) लिबरेशन की छत्तीसगढ़ राज्य कमेटी ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है।
न्यायिक जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
भाकपा (माले) ने इस जघन्य हत्या की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराने और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम सजा देने की मांग की है। पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह हत्या ठेकेदारों, प्रशासन और राजनीतिक नेताओं के भ्रष्ट गठजोड़ का परिणाम हो सकती है, जो क्षेत्र में गहरी जड़ें जमा चुका है।
पत्रकारिता और लोकतंत्र पर बढ़ते हमले पर चिंता
राज्य सचिव बृजेन्द्र तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता और लोकतंत्र पर लगातार हमले हो रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म करती हैं, बल्कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले तत्वों को प्रोत्साहित करती हैं।
भाकपा (माले) ने साफ किया कि यह हत्या एक पत्रकार पर नहीं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में समय रहते कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो यह प्रवृत्ति अन्य क्षेत्रों में भी फैल सकती है।
संवेदना और संघर्ष का आह्वान
पार्टी ने मृतक के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेश के सभी लोकतांत्रिक संगठनों, बुद्धिजीवियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस घटना के खिलाफ आवाज उठाएं और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष करें।
सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग
भाकपा (माले) ने राज्य सरकार से अपील की है कि वह भ्रष्टाचार के इस गठजोड़ को तोड़ने के लिए प्रभावी कदम उठाए और सुनिश्चित करे कि प्रदेश में पत्रकारिता का माहौल सुरक्षित और स्वतंत्र रहे।
यह घटना न केवल एक इंसान की हत्या है, बल्कि सच और न्याय की आवाज को दबाने की साजिश है। ऐसे में न्याय और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर नागरिक का जागरूक और संगठित होना जरूरी है।
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