नई दिल्ली (पब्लिक फोरम)। ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच द्वारा आज वक्तव्य जारी कर कहा गया है कि केंद्रीय सरकार बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत करने वाले पहलवानों के विरुद्ध काम कर रही है!
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच अपने सभी सम्बंधित यूनियनों को 01 जून 2023 को केंद्र सरकार की घोर पक्षपात की नीति की निंदा करते हुए सक्रिय रुप से विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान करता है।
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच पिछले एक महीने से अधिक समय से न्याय की मांग कर रही महिला पहलवानों के दिल्ली पुलिस द्वारा क्रूर दमन की एक स्वर से निंदा करता है।
28 मई, 2023 को पुलिस की कार्रवाई चरम पर चौंकाने वाली थी। स्पष्ट रूप से अलोकतांत्रिक, मनमानी और जाहिर तौर पर केंद्र सरकार के आदेश पर। यह चौंकाने वाली बात है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, जिन पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जिनमें से एक नाबालिग है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद उसे छुआ नहीं जा रहा है।
महिला पहलवानों ने हमारे पितृसत्तात्मक समाज में सामाजिक कलंक को झेलते हुए उसके खिलाफ शिकायत करने की बहुत बड़ी हिम्मत की है।
यह उसी तारीख को ‘नई संसद’ के नाम पर खेले गए झांसे और ‘सेंगोल’ के नाटक को भी उजागर करता है।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 01 जून, 2023 को देश भर में बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने के लिए और कुछ कम नहीं के समन्वित विरोध कार्रवाई के हमारे किसान भाइयों के आह्वान का केंद्रीय यूनियनों का संयुक्त मंच तहे दिल से स्वागत करता है।
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच जिसमें इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटी यूसी, टीयूसीसी, सेवा, ऐक्टू, एल पी एफ, यू टी यू सी, आदि केंद्रीय ट्रेड यूनियनें शामिल हैं। इन्होंने अपनी सभी यूनियनो को अपने इलाके में किसान यूनियनों और अन्य लोकतांत्रिक जन संगठनों के साथ तुरंत संपर्क करने और 01 जून को बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने और दिल्ली पुलिस द्वारा केंद्र सरकार के आदेश पर महिला पहलवानों पर क्रूर दमन की निंदा करते हुए सक्रिय विरोध करने का आह्वान करता है।
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